#MeToo मूवमेंट के आरोपी आलोक नाथ पर डायरेक्टर विनता नंदा ने यौन शोषण का आरोप लगाया था। जिसके चलते आलोक की पत्नी आशु सिंह ने विनता नंदा पर मानहानि का केस कर दिया था और वह चाहती थी कि विनता के बयानों पर रोक लगाई जाये। इस केस की सुनवाई शुक्रवार यानी आज कोर्ट में हुई है, जिसमे मुंबई कोर्ट में फैसला सुनाया है कि विनता को किसी भी प्लेटफॉर्म पर बोलने का अधिकार है।
साथ ही, आपको बता दे कि हमारे संविधान में सभी को खुलकर अपने विचार रखने का अधिकार हर व्यक्ति को दिया गया है। जिसके चलते कोर्ट ने ये फैसला विनता नंदा के हक़ में दिया है। कोर्ट ने कहा विनता टीवी, सोशल मीडिया, प्रिंट या अन्य किसी भी प्लेटफॉर्म पर अपना बयान दे सकती है इसके लिए उन्हें कोई नहीं रोक सकता।
Mumbai's Dindoshi Sessions Court rejected #AlokNath's wife's application for an injunction order against Vinta Nanda (in pic). The court says it can't pass an injunction order against her at this stage. (File pic of Vinta Nanda) pic.twitter.com/lq4VM0eHvT
— ANI (@ANI) October 26, 2018