बीजेपी के राष्ट्रीय सचिव आरपी सिंह ‘द ऐक्सीडेंटल प्राइम मिनिस्टर‘ फिल्म के बचाव में उतर आये है। आरपी ने रविवार को इस फिल्म का बचाव करते हुए कहा कि कि पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने सिखों के लिए कभी आवाज नहीं उठाई और वह उस समय भी ‘चुप’ रहे जब कांग्रेस ने 1984 के सिख विरोधी दंगों के न्याय की आस खत्म कर दी।
आरपी सिंह ने ट्विटर पर लिखा कि वह सभी जो कहते हैं कि ऐक्सीडेंटल प्राइम मिनिस्टर मनमोहन सिंह जी की एक सिख के तौर पर छवि खराब करती है तो उन्हें यह बताना चाहिए कि सिंह ने कब सिखों के लिए आवाज उठाई। एक प्रधानमंत्री के तौर पर वह तब भी चुप रहे जब कांग्रेस ने 1984 के दंगों की न्याय की आस खत्म कर दी। वह तब भी चुप रहे जब सज्जन और टाइटलर को लोकसभा का टिकट दिया गया।
For those who say Movie Accidental PM demeans Manmohan Singh ji as a Sikh, should tell when did he ever take a stand for Sikhs. As a PM he stayed Maun when @INCIndia scuttled the process of justice for @SikhGenocide84, he was also Maun when MP tkts were given to Sajjan &Tytler
बीजेपी के राष्ट्रीय सचिव आरपी सिंह ‘द ऐक्सीडेंटल प्राइम मिनिस्टर‘ फिल्म के बचाव में उतर आये है। आरपी ने रविवार को इस फिल्म का बचाव करते हुए कहा कि कि पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने सिखों के लिए कभी आवाज नहीं उठाई और वह उस समय भी ‘चुप’ रहे जब कांग्रेस ने 1984 के सिख विरोधी दंगों के न्याय की आस खत्म कर दी।आरपी सिंह ने ट्विटर पर लिखा कि वह सभी जो कहते हैं कि ऐक्सीडेंटल प्राइम मिनिस्टर मनमोहन सिंह जी की एक सिख के तौर पर छवि खराब करती है तो उन्हें यह बताना चाहिए कि सिंह ने कब सिखों के लिए आवाज उठाई। एक प्रधानमंत्री के तौर पर वह तब भी चुप रहे जब कांग्रेस ने 1984 के दंगों की न्याय की आस खत्म कर दी। वह तब भी चुप रहे जब सज्जन और टाइटलर को लोकसभा का टिकट दिया गया।आपको बता दे कि एक सिख इकाई ने समुदाय से सिंह के ‘मजाकिया’ किरदार के लिए इस फिल्म का बहिष्कार करने को कहा है। दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक समिति ने सिंह के मजाकिया किरदार पर शनिवार को आपत्ति जताई थी। समिति के महासचिव मंजिंदर सिंह सिरसा ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री ने सिख समुदाय और भारत को अपने 10 साल के कार्यकाल के दौरान गौरवान्वित किया था और यह फिल्म उनकी छवि को ‘बर्बाद’ कर रही है।
— RP Singh National Spokesperson BJP (@rpsinghkhalsa) January 13, 2019
आपको बता दे कि एक सिख इकाई ने समुदाय से सिंह के ‘मजाकिया’ किरदार के लिए इस फिल्म का बहिष्कार करने को कहा है। दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक समिति ने सिंह के मजाकिया किरदार पर शनिवार को आपत्ति जताई थी। समिति के महासचिव मंजिंदर सिंह सिरसा ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री ने सिख समुदाय और भारत को अपने 10 साल के कार्यकाल के दौरान गौरवान्वित किया था और यह फिल्म उनकी छवि को ‘बर्बाद’ कर रही है।
गुजरात में आज से गरीब सवर्णों को मिलेगा 10% आरक्षण, विजय रुपाणी ने की घोषणा