मध्यप्रदेश में किसानों के कर्जमाफी मामले में कोई न कोई नया बयान सामने आता रहता है। इसी के चलते एमपी के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने भी एक बयान दिया है। कमलनाथ ने माना है कि किसानों के कर्जमाफी के नाम पर दो से तीन हजार करोड़ रुपए का घोटाला हुआ है।
इसकी जानकारी न्यूज़ एजेंसी एएनआई ने ट्वीट कर दी है। इसके मुताबिक़, कमलनाथ ने कहा, ‘आज, मैं 2-3 लोगों से मिला, जिनमें से किसी ने भी ऋण नहीं लिया, लेकिन उनके नाम और कुछ अन्य लोगों के नाम कर्ज लेने की सूची में है। जिनके नाम गलत तरीके से उन लोगों की सूची में आए हैं जिनके ऋण माफ किए गए थे। उनपर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। साथ ही, उन्होंने कहा ये एक बड़ा घोटाला है जो करीब 2000 रुपये से अधिक हो सकता है।’
Madhya Pradesh CM Nath: Today,I met 2-3 people,none of whom took loans but loans are listed against their names&few others whose names wrongly appear in list of people whose loans were waived.This is a big scam,it expected to be of more than Rs 2000 Crore.We'll take strict action pic.twitter.com/H1wMMQhvlO
मध्यप्रदेश में किसानों के कर्जमाफी मामले में कोई न कोई नया बयान सामने आता रहता है। इसी के चलते एमपी के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने भी एक बयान दिया है। कमलनाथ ने माना है कि किसानों के कर्जमाफी के नाम पर दो से तीन हजार करोड़ रुपए का घोटाला हुआ है।इसकी जानकारी न्यूज़ एजेंसी एएनआई ने ट्वीट कर दी है। इसके मुताबिक़, कमलनाथ ने कहा, ‘आज, मैं 2-3 लोगों से मिला, जिनमें से किसी ने भी ऋण नहीं लिया, लेकिन उनके नाम और कुछ अन्य लोगों के नाम कर्ज लेने की सूची में है। जिनके नाम गलत तरीके से उन लोगों की सूची में आए हैं जिनके ऋण माफ किए गए थे। उनपर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। साथ ही, उन्होंने कहा ये एक बड़ा घोटाला है जो करीब 2000 रुपये से अधिक हो सकता है।’खबरों के अनुसार, कमलनाथ ने कहा कि घोटाला पिछली सरकार के कार्यकाल में बीजेपी नेताओं और बैंक अफसरों ने मिलकर किया है और राज्य सरकार ने गड़बड़ी करने वाले बैंक प्रबंधकों और सहकारी समितियों के खिलाफ एफआईआर करने के निर्देश जारी कर दिए हैं।दरअसल, मध्यप्रदेश के कई जिलों से कर्जमाफी में घोटाले की खबरें आ रही हैं। सीएम ने खुद कहा कि आज भी 3-4 जिले के किसान उनसे मिले हैं। जिनमें कई ने बताया कि उसने कर्ज नहीं लिया, फिर भी बकाएदारों की सूची में उनका नाम शामिल कर दिया गया है तो कोई कह रहा कि उसने तो कम कर्ज लिया था, लेकिन सूची में ज्यादा कर्ज दिखाया जा रहा हैं।
— ANI (@ANI) January 30, 2019
खबरों के अनुसार, कमलनाथ ने कहा कि घोटाला पिछली सरकार के कार्यकाल में बीजेपी नेताओं और बैंक अफसरों ने मिलकर किया है और राज्य सरकार ने गड़बड़ी करने वाले बैंक प्रबंधकों और सहकारी समितियों के खिलाफ एफआईआर करने के निर्देश जारी कर दिए हैं।
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