कर्नाटक में कांग्रेस-जेडीएस गठबंधन सरकार पर संकट के बादल छाए हुए है। दरअसल, इस गठबंधन की सरकार से 13 विधायकों ने इस्तीफा दे दिया है। इसके अलावा, निर्दलीय विधायक नागेश ने भी अपना समर्थन सरकार से वापस ले लिया है। वहीं, गहराते संकट के बीच कांग्रेस के सभी मंत्रियों ने भी इस्तीफा दे दिया है।
इन इस्तीफे के सिलसिलों के चलते बीजेपी पर आरोप लगाया जा रहा है। वहीं, इस पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने लोकसभा में कहा कि कर्नाटक में जो हो रहा है उससे हमारी पार्टी का कोई लेना-देना नहीं है। हमारी पार्टी ने कभी हॉर्स ट्रेडिंग नहीं की।
Rajnath Singh: We're committed to maintaining dignity of parliamentary democracy. Trend of submitting resignations was started by Rahul Gandhi in Congress,it wasn't started by us. He himself asked people to submit resignations,even senior leaders are submitting their resignations https://t.co/xYr87k6qEJ
— ANI (@ANI) July 8, 2019
वही, पार्टी से बाहर हुए बागी विधायकों को मनाने के लिए गठबंधन सरकार उन्हें मंत्री पद देने का वादा भी कर रही है। कर्नाटक के मंत्री ज़मीर अहमद खान ने दावा किया है कि बीजेपी के खेमे में गए 10 विधायकों में से 6-7 विधायक आज शाम तक वापस लौट आएंगे। उनके साथ लगातार बातचीत जारी है।
Karnataka Minister Zameer Ahmed Khan: By today evening, at least 6-7 MLAs of the 10 MLAs who are in the BJP camp are going to come back. pic.twitter.com/wyMGwBumBa
— ANI (@ANI) July 8, 2019
इस्तीफे के सिलसिलों पर कांग्रेस सांसद डीके सुरेश कहा, ‘इसके पीछे बीजेपी के राष्ट्रीय नेता हैं। बीजेपी के लोग यह सरकार नहीं चाहते, न ही वो चाहते कि कोई भी विपक्षी पार्टी राज्य या देश में शासन करे। वे लोग लोकतंत्र को खत्म कर रहे हैं।’ साथ ही उन्होंने कहा कि कर्नाटक कांग्रेस के मंत्री इस्तीफा दे देंगे।
DK Suresh, Congress MP: BJP national leaders are behind this. BJP people don’t want this govt or any opposition party to rule in the state or in the country. They are destroying the democracy. #Karnataka https://t.co/SX809rRNDL
— ANI (@ANI) July 8, 2019