इन दिनों एटीएम के जरिए हो रही धोखाधड़ी के मामले काफी तेजी से बढ़ रहे है। RBI के आकंड़ो के मुताबिक, इस तरह की धोखाधड़ी के मामलों में दिल्ली दूसरे स्थान पर हैं। वहीं, इन्हीं घटनाओं में 1 लाख रुपये या उससे अधिक की राशि शामिल है।
टाइम्स ऑफ़ इंडिया में छपी एक रिपोर्ट के अनुसार, दिल्ली में 2018-19 में एटीएम के जरिए 179 से ज्यादा धोखाधड़ी के मामले सामने आए हैं। लोगों को इन धोखाधड़ी से लगभग 2.9 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। लेकिन महाराष्ट्र और तमिलनाडु के लोगों को दिल्ली की तुलना में ज्यादा नुकसान हुआ है। जहां महाराष्ट्र के लोगों ने 4.81 करोड़ रुपये से ज्यादा खोए हैं तो वहीं तमिलनाडु के लोगों ने 3.63 करोड़ रुपये से अधिक का नुकसान उठाना पड़ा है।
वहीं इस रिपोर्ट में पुलिस और साइबर क्राइम विशेषज्ञों के मुताबिक बदमाश अब एटीएम या डेबिट कार्ड के माध्यम से लोगों के बैंक खातों पर नियंत्रण पाने के लिए विभिन्न माध्यमों का इस्तेमाल कर रहे हैं। सबसे अधिक इस्तेमाल किया जाने वाला ट्रिक एटीएम और पॉइंट-ऑफ-सेल मशीनों पर स्किमर डिवाइस किया जा रहा है।
अब टोल प्लाजा पर लगेंगे फास्टैग, बिना रुके पार कर पाएंगे लेन
फ्रॉड से बचने के लिए जरूर करें ये काम
-जब भी एटीएम कार्ड से रुपये निकालने जाएं, एटीएम मशीन में कैमरे को तलाश करने की कोशिश करें।
-जहां कार्ड स्वैप किया जाता है, उस जगह को हिलाकर देखें। यदि वहां कैमरा लगा होगा तो वह खुद निकल आएगा।
-लेन-देन की जानकारी के लिए अपने मोबाइल पर एसएमएस अलर्ट सेवा लें।
-एटीएम से बाहर निकलने के बाद एक बार क्लियर बटन जरूर दबाएं।
-लेनदेन की रसीद अपने पास रखें। उसे एटीएम के पास फेंककर न जाएं।
-नकदी निकलने के बाद एटीएम के सामने खड़े होकर पैसा न गिनें।
-पिन दर्ज करते समय एटीएम के नजदीक खड़े रहें। हाथ से की-पैड को ढक लें।
-हमेशा अपना पिन कोड याद रखें। उसे लिखकर या फिर साथ लेकर न चलें।
-एटीएम पिन के लिए अपनी जन्मतिथि या गाड़ी के नंबर का इस्तेमाल न करें।