देशभर में नए मोटर व्हीकल एक्ट होने के बाद से लगातार भारी भरकम चालान कटने की खबरें आ रही है। वहीं अब दिल्ली सरकार भी सड़कों पर बढ़ रहे अतिक्रमण को रोकने के लिए नई योजना बना रही है। दरअसल, ईस्ट दिल्ली में इस योजना के तहत पार्किंग कॉन्ट्रैक्टर पार्किंग चलाने के साथ-साथ मुख्य सड़कों पर खड़ी गाड़ियों को भी उठाएंगे और इनका चालान किलो के हिसाब से चालान काटा जाएगा।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, ईस्ट दिल्ली में पार्किंग कॉन्ट्रैक्टर पार्किंग चलाने के साथ-साथ मुख्य सड़कों पर खड़ी गाड़ियों को भी उठाएंगे। साथ ही, इन गाड़ियों का चालान भी काटेंगे, जिनका जुर्माना किलो के हिसाब से भरना होगा। वहीं, चालान से जितना रेवेन्यू आएगा उसका बड़ा हिस्सा एमसीडी को मिलेगा। एमसीडी अधिकारियों का दावा है कि इस नई व्यवस्था से एमसीडी का रेवेन्यू दोगुना हो जाएगा। फिलहाल, एमसीडी को दोनों जोन की पार्किंग से रेवेन्यू के रूप में 19 करोड़ रुपये मिलते हैं।
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वहीं, खबरों की माने तो ईस्ट एमसीडी अधिकारयों के अनुसार दोनों जोन में 34 कॉन्ट्रेक्टर हैं जिसमें कुछ ऐसे कॉन्ट्रेक्टर भी हैं जिनकी एक से ज्यादा कम्पनियां हैं। अधिकारियों का कहना है कि अभी तक अनुभवी कॉन्ट्रेक्टर के ना होने की वजह से यहां आधुनिक तकनीकों का इस्तेमाल नहीं किया जा सका है। ऐसे में जब यहाँ अनुभवी कॉन्ट्रेक्टर जुड़ेंगे तो हम आधुनिकता के साथ आगे बढ़ सकेंगे। इससे गाड़ी मालिक को भी आराम रहेगा क्योंकि उनको पार्किंग के लिए इंतजार नहीं करना पड़ेगा।
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इसी के साथ अधिकारियों की माने तो पुश्ता रोड, वजीराबाद रोड और विकास मार्ग पर इस योजना के लागू होने के बाद लोग सड़क पर गाड़ियां खड़ी करने से डरेंगे, क्योंकि किलो के हिसाब से मोटा चालान कोई नहीं देना चाहेगा। उनका यह भी मानना है कि वैसे भी इस समय ईस्ट एमसीडी में जितने भी कॉन्ट्रैक्टर हैं उनमें से एक भी कॉन्ट्रैक्टर खुद पार्किंग नहीं चलाता, बल्कि टेंडर मिलने के बाद वे पार्किंग को आगे छोटे मोटे ठेकेदारों को ठेके पर दे देते हैं।