वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने कैबिनेट मीटिंग करने के बाद आज यानी बुधवार को एक बड़ा फैसला लिया है। दरअसल, वित्तमंत्री ने ई-सिगरेट पर पूरी तरह से पाबंदी लगा दी है। वित्त मंत्री के इस फैसले के बाद अब ई-सिगरेट के प्रोडक्शन, इंपोर्ट/एक्सपोर्ट और बिक्री के साथ-साथ इनके विज्ञापन पर भी बैन लगा दिया गया है।
न्यूज़ एजेंसी एएनआई के अनुसार, वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने बताया कि कैबिनेट ने ई-सिगरेट पर प्रतिबंध लगाने की मांग को मंजूरी दे दी है। कैबिनेट में लिए गए इस फैसले के बाद ई-सिगरेट के प्रोडक्शन, मैन्युफैक्चरिंग, इंपोर्ट/एक्सपोर्ट और बिक्री पर पूरी तरह से बैन लग गया है। वहीं, अब कोई भी मीडिया ई-सिगरेट का विज्ञापन नहीं दिखाएंगी।
Union Minister Nirmala Sitharaman: Reports say that there are some who are probably getting into the habit of e-cigarettes as it seems cool. It is believed that there are more than 400 brands, none of which is manufactured yet in India. And they come in over 150 flavours. https://t.co/1eoC7s2gbo
— ANI (@ANI) September 18, 2019
ऑक्सफोर्ड डिक्शनरी में ‘Woman’ का मतलब ‘Bitch’, 30,000 लोगों ने की हटाने की मांग
निर्मला सीतारमण ने आगे बताया कि कुछ रिपोर्ट्स कहती है बहुत से लोगों को ई-सिगरेट पीने की आदत हैं क्योंकि उन्हें इनका सेवन करना अच्छा लगता है। यह माना जाता है कि 400 से अधिक ब्रांड हैं, जिनमें से कोई भी भारत में अभी तक निर्मित नहीं है। और वे 150 से अधिक स्वादों में आते हैं।
अर्थव्यवस्था पड़ी सुस्त लेकिन 9000 लोगों को नौकरी दे रही ये कंपनी
वहीं, मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, इस अध्यादेश में हेल्थ मिनिस्ट्री ने पहली बार नियमों के उल्लंघन पर एक साल तक की जेल और एक लाख रुपये का जुर्माना का प्रस्ताव दिया है। वहीं एक से अधिक बार नियम तोड़ने पर मिनिस्ट्री ने पांच लाख रुपये जुर्माना और तीन साल तक जेल की सिफारिश की है। ई-सिगरेट के साथ-साथ ई-हुक्का पर भी बैन लगा दिया है।
Preeti Sudan, Secretary Health and Family Welfare: The punishment proposed is imprisonment up to 1 year or a fine of up to Rs. 1 lakh, or both for the first offence&imprisonment of 3 years or a fine up to Rs. 5 lakhs or both, for subsequent offence. E-hookahs are also included. https://t.co/1eoC7s2gbo pic.twitter.com/YZqKow7Td8
— ANI (@ANI) September 18, 2019
सावधान! बच्चों का ऐसे किया जा रहा अपहरण, देखें Video
न्यूयॉर्क के डोमेस्टिक गवर्नर ने टीनेजर्स और यूथ के बीच इस सिगरेट से बढ़ रही फेफड़ों से जुड़ी बीमारियों की बढ़ती संख्या पर चिंता जाहिर करते हुए इमरजेंसी मीटिंग बुलाई। इसके बाद यहां ई-सिगरेट को पूरी तरह बैन कर दिया गया है। यूनाइटेड स्टेड में मिशिगन के बाद न्यूयॉर्क सिटी दूसरा ऐसा स्टेट बन चुका है, जहां फ्लेवर्ड ई-सिगरेट पर बैन लगाया जा चुका है।
फेसबुक और इंस्टाग्राम पर आया नया फीचर, अब स्टोरीज के साथ जोड़ सकेंगे म्यूजिक