मैना कटारिया
यूं तो हमारे समाज को आधुनिक सभ्य समाज कहा जाता है पर इसी सभ्य समाज में आए दिन कुछ ऐसी घटनाएं हमारे सामने आ रही हैं जो हमारे समाज की मानसिकता पर सवाल खड़ा कर रही हैं। बीते कुछ दिनों में विशेषकर एनसीआर के बडे शहरों की हाउसिंग सोसायटियों में तैनात सिक्योरिटी गार्डस और वहां फूड आदि सामन लेकर आने वाले डिलीवरी ब्वॉयस से तथाकथित पढ़े-लिखे सभ्य समाज की बदसलूकी और अभद्रतापूर्ण व्यवहार की खबरों ने समाज को झखझोर कर रख दिया है। ऐसी खबरों ने समाज के उस पहलू को उजागर किया है, जहां पर लोग किताबी ज्ञान से परिचित तो हैं, पर एक सभ्य इंसान के व्यवहार से कोसों दूर हैं, क्या ऐसे समाज को सभ्य समाज कहना उचित होगा ?
नोएडा में युवतियों ने की गार्ड से बदसलूकी-
हाल ही में शुक्रवार को नोएडा के सेक्टर 121 स्थित अजनारा होम्स सोसायटी से एक ऐसी घटना सामने आई है जिसमें नशे में धुत तीन युवतियों ने सिक्योरिटी गार्ड के साथ अभद्रता और मारपीट की। बताया जा रहा है, कि शुक्रवार देर रात को तीनों युवतियों अंजली तिवारी, दीक्षा तिवारी और काकुल अहमद इस सोसाइटी में पहुंची। जिस कार में वह सोसाइटी पहुंची थी उस कार के ऊपर संबधित सोसाइटी का स्टीकर नहीं था जिस वजह से सिक्योरिटी गार्ड ने उन्हें प्रवेश करने से रोक दिया। इससे गुस्साई महिलाओं ने सिक्योरिटी गार्ड के साथ अभद्र और मारपीट शुरू कर दी।
Looks like Noida finally has an identity 👏🏽 Fresh in from Sector 121, Ajnara Homes Society 👇🏽 pic.twitter.com/OpO1k1ozQf
— Shiv Aroor (@ShivAroor) October 8, 2022
सिक्योरिटी गार्डस के साथ बदसलूकी की घटनाएं-
यह पहली ऐसी घटना नहीं है जिसमें सिक्योरिटी गार्ड के साथ बदसलूकी की गई है, बल्कि पिछले महीने भी नोएडा के सेक्टर- 126 में स्थित जे.पी. सोसाइटी में वकील भव्य रॉय की सिक्योरिटी गार्ड से बदसलूकी करने की खबर सामने आई थी। वहीं हाई राइज सोसायटी में रहने वाली प्रोफेसर सुतापा दास ने सिक्योरिटी गार्ड को सोसायटी के गेट थोड़ी देर से खुलने पर थप्पड़ मारा था। ऐसी ही एक घटना गुरुग्राम के द क्लोज नोर्थ सोसाइटी से भी सामने आई है, जहां पर कुछ मिनटों के लिए लिफ्ट में फंसे एक व्यवसायी ने गार्ड के साथ अभद्रता पूर्ण व्यवहार किया था। नोएडा में ही इससे पहले एक गालीबाज महिला सिक्योरिटी गार्डस से भिड गई थी।
शिक्षित समाज द्वारा किया जा रहा दुर्व्यवहार-
यह दुर्व्यवहार उन लोगों के द्वारा किया गया है ,जो शिक्षित होने का दिखावा करते हैं या यूं कहें, जिन्हें किताबी ज्ञान तो है परंतु लोगों के जज्बातों का ज्ञान नहीं है। कहा जाता है एक शिक्षित व्यक्ति समाज की रूपरेखा को बदल कर रख सकता है। समाज और देश के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है, पर ऐसी शिक्षित लोग क्या हमारे समाज का विकास कर सकते हैं ? ऐसी घटना से यह बात तो स्पष्ट है कि शहरों में इस प्रकार की मानसिकता का समाज विकसित हो रहा है जो अपने से छोटे पद पर कार्य कर रहे लोगों का सम्मान करना भूलते जा रहे हैं, जो कि एक असभ्य समाज की निशानी है।