मैना कटारिया
ऑस्ट्रेलिया के प्रसिद्ध बल्लेबाज डेविड वॉर्नर ने बुधवार यानी 7 दिसंबर को कहा कि वे क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया(CA) द्वारा उन पर लगाए गए आजीवन कप्तानी प्रतिबंध की समीक्षा के लिए वह अपना आवेदन वापस ले रहे हैं। जिसके साथ ही उन्होंने स्वतंत्र समीक्षा पैनल और उनके सहायक वकील की आलोचना करते हुए कहा कि वे समीक्षा की प्रक्रिया से बाहर सार्वजनिक तमाशा बनाना चाह रहे हैं।
वॉर्नर ने तो यहां तक कह दिया कि क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया(CA) और उनके स्वयं के विरोध के बाद भी स्वतंत्र समीक्षा पैनल और उसके सहायक वकील अपने आवेदन की समीक्षा करने के लिए ‘एक अनियमित प्रक्रिया करने की कोशिश की’ जो कि उनके परिवार को एक नकारात्मक रूप से प्रभावित कर सकता है। आपको बता दें कि डेविड वॉर्नर ने यह भी बताया कि स्वतंत्र समीक्षा पैनल में साल 2018 में केपटाउन के तीसरे टेस्ट के दौरान क्या हुआ उसको लेकर एक सार्वजनिक परीक्षण करने का सुझाव दिया। लेकिन डेविड अपने परिवार और साथियों को और ज्यादा दुखी नहीं देखना चाहते।
क्यों लगा वॉर्नर की कप्तानी पर प्रतिबंध
आपको बता दें कि डेविड वॉर्नर एक ऑस्ट्रेलियाई प्रसिद्ध क्रिकेट खिलाड़ी हैं, डेविड को केप टाउन में गेंद से छेड़छाड़ कांड में शामिल होने के कारण उनकी कप्तानी पर क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने उम्र भर का लिए प्रतिबंध लगा दिया। आपको यह जानकर हैरानी होगी कि उस समय के ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट(CA) टीम के कप्तान स्टीव स्मिथ की कप्तानी पर भी एक साल के लिए प्रतिबंध लगाया गया। इसके साथ ही कैमरन बैनक्रॉफ्ट के खेलों में डेविड और स्टीव पर एक साल के लिए प्रतिबंध लगाया गया, क्योंकि डेविड वॉर्नर और स्टीव स्मिथ दोनों को टेस्ट मैच के दौरान गेंद से छेड़छाड़ करते हुए टेलीविजन कैमरों के द्वारा रंगे हाथ पकड़ा गया।
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डेविड ने यह कहा कि स्वतंत्र समीक्षा पैनल और उसके सहायक वकील मेरे और न्यूजीलैंड के तीसरे टेस्ट मैच के दौरान क्या हुआ इसका सार्वजनिक परीक्षण करना चाहते हैं दूसरे शब्दों में कहें तो यह पैनल के शब्दों में मेरा सार्वजनिक तमाशा बनाना चाहते हैं। डेविड वॉर्नर ने अपनी सोशल मीडिया अकाउंट पर एक पोस्ट शेयर करते हुए लिखा कि ‘परिवार उनके लिए क्रिकेट से ज्यादा है’ साथ ही उन्होंने कहा कि कुछ चीजें क्रिकेट से ज्यादा होती हैं।
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