किरण शर्मा
राकेश शर्मा भारत के इतिहास में एक ऐसा नाम जिसने भारत को अंतरिक्ष तक पहुंचाया। वह अंतरिक्ष में कदम रखने वाले पहले भारतीय नागरिक और विश्व के 138वे अंतरिक्ष यात्री हैं। राकेश की बचपन से ही आसमान में उड़ते हवाई जहाज को देखने में विशेष रूचि थी। सिर्फ 21 साल की उम्र में 1970 में भारतीय वायु सेना ज्वाइन करने के बाद राकेश आगे बढ़ते गए। वह एक पायलट के रूप में भारतीय वायु सेना (IAF) में सेवारत थे। कुछ समय बाद उन्होंने सोवियत भारतीय अंतरिक्ष यान में भाग लेने का फैसला किया। राकेश शर्मा ने 7 दिन, 21 घंटे और 40 मिनट दो सोवियत यात्रियों के साथ बिताए।
राकेश का जन्म-
राकेश का जन्म 13 जनवरी 1949 में पंजाब राज्य के पटियाला जिले में हुआ था। वह हिंदू गॉड परिवार से संबंधित थे, उनकी बचपन से ही विज्ञान में बहुत रुचि थी। उन्होंने हैदराबाद की उस्मानिया यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएशन की है। 1970 मे (IAF) में शामिल होने के बाद उन्होंने 1971 में बांग्लादेश युद्ध में मिग- 21 और 21 लड़ाकू विमानो मे उड़ान भरी। राकेश शर्मा को 1982 में सोवियत संघ अंतरिक्ष यान के लिए एक कॉस्मोनॉट के रूप में चुना गया था।
फिर वह अंतरिक्ष चले गए और वहां से लौटने के बाद उन्होंने भारतीय वायु सेना में अपनी सेवा फिर से शुरू की। 1987 में विंग कमांडर के रूप में सेवानिवृत्त हुए इसके अलावा भारत सरकार द्वारा इन्हें अशोक चक्र से सम्मानित किया गया है। विंग कमांडर के पद से सेवानिवृत्त होने के बाद इन्होंने हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड में भी प्रशिक्षण विमान चालक के रूप में काम किया है।
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आजकल कहां है राकेश शर्मा-
आज लोगों के मन में सवाल है, कि आखिर भारत के पहले अंतरिक्ष यात्री राकेश शर्मा हैं कहां ? अब वह कहीं दिखाई नहीं देते, तो आपको बता दें, कि राकेश शर्मा अभी भी जीवित है और अपने जीवन के पलों को शांति से गुजार रहे हैं। आजकल वह कुन्नूर तमिलनाडु में अपने परिवार के साथ सरल जीवन जी रहे हैं। वह अपनी पत्नी मधु के साथ रह रहे हैं और दुनियादारी की चकाचौंध से दूर जी रहे हैं।
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