किरण शर्मा
केंद्र सरकार स्कूली शिक्षा के स्तर में बदलाव करने के लिए पीएम श्री ( प्रधानमंत्री स्कूल फॉर राइजिंग इंडिया) योजना की शुरुआत करने जा रही है। जिसके अनुसार मौजूदा स्कूलों में शिक्षा के स्तर को देखते हुए उन्हें आदर्श विद्यालय के रूप में विकसित किया जाएगा। इस योजना के जरिए सरकार का उद्देश्य स्कूली बच्चों के भविष्य को पहले से अधिक उज्जवल बनाने के लिए बेहतर कदम उठाना है। इसके लिए सरकार ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 में बड़ा बदलाव किया है। इस योजना के तहत देश के 14,500 स्कूलों को अपग्रेड किया जाएगा और वर्तमान में मौजूद शिक्षा के स्तर में बड़ा बदलाव किया जाएगा। जिससे बच्चों को नई और तकनीकी शिक्षा दिलाने का प्रयास किया जाएगा।
क्या है पीएम श्री योजना?
पीएम श्री यानी कि ( प्रधानमंत्री स्कूल फॉर राइजिंग इंडिया) केंद्र सरकार की एक ऐसी योजना है, जिससे देश के मौजूदा शिक्षा के स्तर में बड़ा बदलाव किया जाएगा। इस योजना के तहत सरकार ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 में बड़ा बदलाव किया है। पीएम श्री के जरिए स्कूलों को आदर्श विद्यालय के रूप में विकसित किया जाएगा इसमें देश के 14,500 स्कूलों को जोड़ा जाएगा।
इस योजना में ज्यादातर सरकारी स्कूल शामिल होंगे, जिनका चयन राज्य के साथ बातचीत कर किया जाएगा। वही इस योजना को प्रथम चरण यानी (2022-2027) 5 सालों के लिए लागू किया जाएगा। सरकार द्वारा इस योजना के लिए कुल 2 हज़ार 360 करोड़ अनुमानित बजट रखा गया है। जिसमें से 18 हजार 128 करोड़ की हिस्सेदारी केंद्र सरकार की होगी। वही अनुमान लगाया जा रहा है, कि इस योजना से देश के 18 लाख से ज्यादा छात्रों को फायदाा होगा।
स्कूलों का बदलेगा इंफ्रास्ट्रक्चर-
यह योजना मुख्य रूप से सरकारी स्कूलों के लिए लाभप्रद साबित होगी। इसके अनुसार सरकारी स्कूल के मौजूदा इंफ्रास्ट्रक्चर को पूरी तरह से बदला जाएगा। उन्हें मॉडर्न बनाया जाएगा, स्मार्ट क्लासरूम, लाइब्रेरी, कंप्यूटर लैब, लेबोरेटरी के साथ- साथ स्कूलों की बिल्डिंग को भी अपग्रेड किया जाएगा। NEP (New education policy) 2020 के अनुसार छोटे बच्चों के लिए प्ले स्कूल बनाए जाएंगे। जिनमें 3 से लेकर 12वीं तक के बच्चों को मॉडर्न पढ़ाई कराई जाएगी।
बदलेगा शिक्षा का स्तर-
पीएम श्री योजना के तहत मौजूदा शिक्षा नीति में बदलाव के साथ-साथ बच्चों को पढ़ाने के तरीके में बदलाव किया जाएगा।
बच्चों को खेल-खेल में टॉय बेस्ड पढ़ाई कराई जाएगी ताकि बच्चों में रटने की आदत को खत्म किया जा सके। इस योजना के तहत पढ़ाई के साथ-साथ बच्चों के ऑलराउंड डेवलपमेंट पर भी ध्यान दिया जाएगा। स्कूलों में डिस्कवरी ओरिएंटेड टीचिंग मेथड लागू किए जाएंगे, जिससे बच्चों में नई-नई चीजों को सीखने में रुचि उत्पन्न करने में मदद मिलेगी। इस योजना के तहत वर्तमान शिक्षा प्रणाली को मॉडल और अधिक विकसित शिक्षा प्रणाली में बदला जाएगा।
महज 8 साल के इस बच्चे का आइंस्टाइन से भी ज्यादा है-आइक्यू, कम उम्र में किया कमाल