स्नेहा मिश्रा
हिमाचल प्रदेश सरकार ने इस साल राज्य के विभिन्न जिलों में 8 हेलीपोर्ट स्थापित करेगी। सरकारी अधिकारियों ने यह खुलासा किया है कि, हिमाचल सरकार ने कुल 8 हेलीपोर्ट को विभिन्न जिलों में स्थापित करने की मंजूरी दे दी है और जल्द ही इसका निर्माण कार्य भी शुरू हो जाएगा। उन्होंने कहा कि, राज्य सरकार द्वारा लिए गए इस फैसले का मुख्य उद्देश्य पर्यटन और अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देना है।
आदिवासी क्षेत्रों में एक से ज्यादा हेलीपोर्ट बनाने का फैसला :
एक आधिकारिक प्रवक्ता के मुताबिक, उपायुक्तों ने कुल 6 जिलों में हेलीपोर्ट निर्माण के लिए भूमि चयन भी कर लिया है। जिसके लिए फंड प्राप्ति के लिए डीपीआर केंद्र को भेजी जा रही है। वैसे तो प्रत्येक जिले में हेलीपोर्ट बनाने की योजना है, लेकिन आदिवासी क्षेत्रों में पर्यटन की भारी मात्रा को ध्यान में रखते हुए ऐसे क्षेत्रों में एक से ज्यादा हेलीपोर्ट बनाए जाएंगे।
आदिवासी किन्नौर जिले के सर्वो के अलावा आदिवासी लाहौर-स्पीति जिले के सिस्सू, जिस्पा और रंगरिक में तीन जगहों पर हेलीपोर्ट बनाए जाएंगे।
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पहले चरण में हमीरपुर के सासन, कांगड़ा के रक्कड़, चंबा के सुल्तानपुर, कुल्लू के पिर्डी, लाहौर-स्पीति के जिस्पा, सिस्सू, रंगरिक और किन्नौर के सर्वो में हेलीपोर्ट का निर्माण किया जाएगा। तो वही चंपा जिला मुख्यालय के सुल्तानपुर में स्थित पुराने हेलीपैड को हेलीपोर्ट के रूप में बनाया जाएगा।
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दूसरे चरण में सिरमौर के नाहन और धार क्यारी, शिमला के चासंल लरोट, ऊना के जानकौर, चंबा के पांगी, सोलन के गलानाला और होली में हेलीपोर्ट निर्माण का प्रस्ताव दिया गया है।
हेलीपोर्ट के निर्माण कार्य के लिए केंद्र सरकार राज्य को बजट आवंटित करेगी। वर्तमान समय में पांच हेलीपोर्ट में से तीन का उपयोग व्यवसायिक रूप से किया जा रहा है।