वास्तु शास्त्र में घर स्से जुड़ी अनेक बातों का जिक्र किया गाया हैं, जिसमें घर की साफ-सफाई पर ज्यादा जोर दिया गया है वास्तु शास्त्र में कहा गया है कि जिन घरों में साफ-सफाई पर ध्यान दिया जाता है, वहां सदा सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है और मां लक्ष्मी स्वंय उस घर में वास करती हैं, वास्तु में घर के कुछ ऐसे कोनों के बारे में जिक्र किया गया है जिन्हें साफ-सुथरा रखाने पर वहां भगवान वास करते हैं।
ईशान कोण में साफ-सफाई-
वास्तु शास्त्रों के जानकारों का कहना है कि घर या कार्यालय का ईशान कोण हमेशा साफ सुथरा रखना चाहिए क्योंकि यह स्थान पूरी इमारत का सबसे पवित्र स्थान होता हैं, इसे वास्तु में घर का मुख्य स्थान माना जाता है कहा जाता हैं, कि घर के ईशान कोण में स्वयं भगवान वास करते हैं। ऐसे में अगर घर के ईशान कोण यानी उत्तर-पूर्वी हिस्से को साफ-सथुरा रखा जाए, तो घर में शांति बनी रहती है और सदस्यों को सफलताएँ मिलती हैं।
मुख्य स्थान-
घर के ब्रह्म स्थान को भी मुख्य स्थान भी कहा जाता है, वास्तु शास्त्र की माने तो अगर घर का ब्रह्म स्थान को साफ-सुथरा रखा जाएं, तो ये घर के लिए बहुत लाभकारी होता हैं, माना जाता हैं कि घर के मुख्य स्थान पर कोई भारी वस्तु या फिर कोई अनुपयोगी वस्तु नहीं रखना चाहिए।
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पूर्व कोना-
ज्योतिष और वास्तु शास्त्र दोनों की मानें तो घर की पूर्वी दिशा को बहुत ही शुभ माना जाता हैं, घर की पूर्व दिशा को साफ-सुथरा रखने से घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है और ग्रहकलेश दूर होता हैं, जिसके साथ ही घर पर मां लक्ष्मी अपनी कृपा दृष्टि बनाई रखती हैं, परिवार के सदस्य सफलताओं को छूने लगते है।
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