हरियाणा के पलवल जिले के दुधोला में पड़ने वाला श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय अब मनोविज्ञान और मनोचिकित्सा पर एक कोर्स शुरू कर रहा है। सोमवार को विश्वविद्यालय ने सिटीजन हॉस्पिटल और डी-एडिक्शन सेंटर फॉर एमफिल, एमएससी और बीएससी इन क्लिनिकल साइकोलॉजी के साथ एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए। इससे मनोचिकित्सकों और मनोवैज्ञानिकों को समाज में मानसिक स्वास्थ्य के मुद्दों के बारे में और जानने में मदद मिलेगी।
प्रोफेसर राठौड़ ने कहा कि श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय पाठ्यक्रम परामर्शदाताओं को प्रशिक्षित करने में मदद करेगा जो मानसिक विकारों से पीड़ित लोगों की मदद कर सकते हैं। यह एक अस्पताल के सहयोग से किया जाएगा, ताकि छात्र सीख सकें कि उन्हें आगे चलकर नौकरी करने के दौरान कैसे अपनी इस कला का वो इस्तेमाल कर सकते हैं।
फरीदाबाद में भी है Mini Ladakh, दिल्लीवासी इतने कम समय में पहुंच सकते हैं यहां
विश्वविद्यालय में शिक्षा और क्षमता निर्माण के डीन ने कहा कि मनोविज्ञान और मनोचिकित्सा के क्षेत्र में और अधिक शोध की आवश्यकता है। इसलिए यह कोर्स शुरू किया गया है। पाठ्यक्रम के दौरान, छात्रों को नागरिक अस्पताल और नशामुक्ति केंद्र में ऑन-द-जॉब प्रशिक्षण प्राप्त होगा। सिद्धांत कक्षाएं विश्वविद्यालय के कक्षाओं में आयोजित की जाएंगी, और प्रशिक्षण नागरिक अस्पताल में आयोजित किया जाएगा। इस तरह कुछ और अस्पतालों के साथ एमओयू साइन किए जाएंगे। डीन ने इस दिशा में डीन प्रोफेसर आशीष श्रीवास्तव के प्रयासों की काफी सराहना की।
उद्योग एकीकरण के संयुक्त निदेशक, विनीत सूरी, अतिरिक्त उप निदेशक, नीता सिंह, और डॉक्टर, शिव कुमार, सभी इस कार्यक्रम में उपस्थित थे।
4200 किलोमीटर की पदयात्रा पर अभय चौटाला, कहा 2024 में जनता सरकार को सिखाएगी सबक