Jaguar Plane Crash: हरियाणा के पंचकूला में भारतीय वायु सेना (IAF) का एक जगुआर लड़ाकू विमान शुक्रवार को दुर्घटनाग्रस्त हो गया। यह विमान अंबाला एयरबेस से प्रशिक्षण उड़ान पर निकला था। वायुसेना के अधिकारियों के अनुसार, पायलट ने समय रहते विमान से बाहर छलांग लगा ली और वह सुरक्षित है। हादसे की जांच के लिए एक कोर्ट ऑफ इंक्वायरी के आदेश दिए गए हैं।
भारतीय वायु सेना ने अपने X (पूर्व में ट्विटर) अकाउंट पर जानकारी देते हुए बताया कि यह दुर्भाग्यपूर्ण घटना सिस्टम में खराबी के कारण हुई। “भारतीय वायु सेना का एक जगुआर विमान आज अंबाला में एक नियमित प्रशिक्षण उड़ान के दौरान सिस्टम में खराबी आने के बाद दुर्घटनाग्रस्त हो गया। पायलट ने विमान से बाहर निकलने से पहले इसे जमीन पर किसी भी आबादी से दूर ले जाने में सफलता हासिल की। दुर्घटना के कारण का पता लगाने के लिए IAF द्वारा एक जांच का आदेश दिया गया है।”
VIDEO | A Jaguar aircraft of the Indian Air Force (IAF) crashed at Ambala during a routine training sortie today, after encountering a system malfunction.
The pilot maneuvered the aircraft away from any habitation on ground, before ejecting safely. More details awaited.
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— Press Trust of India (@PTI_News) March 7, 2025
पायलट की सूझबूझ ने बचाई कई जानें-
स्थानीय गवाहों के अनुसार, विमान के क्रैश होने से पहले उसमें से धुआं निकलता देखा गया था। एक स्थानीय निवासी ने बताया, “हम अचानक तेज आवाज सुनकर बाहर निकले और देखा कि आसमान में एक विमान से धुआं निकल रहा था। कुछ ही सेकंड बाद हमने देखा कि पायलट ने पैराशूट से छलांग लगा दी और विमान खाली खेत में जा गिरा।”
A Jaguar aircraft of the IAF crashed at Ambala, during a routine training sortie today, after encountering system malfunction. The pilot maneuvered the aircraft away from any habitation on ground, before ejecting safely.
An inquiry has been ordered by the IAF, to ascertain the…
— Indian Air Force (@IAF_MCC) March 7, 2025
वायु सेना अधिकारियों ने पायलट की तत्परता और पेशेवर कौशल की सराहना की है, जिन्होंने संकट की स्थिति में भी विमान को आबादी वाले क्षेत्र से दूर ले जाने का फैसला किया। “यह पायलट की प्रशिक्षण और पेशेवर मानसिकता का प्रमाण है कि उन्होंने अपनी जान जोखिम में डालकर भी यह सुनिश्चित किया कि विमान किसी आबादी वाले क्षेत्र में न गिरे,” एक वरिष्ठ IAF अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर बताया।
जगुआर विमान का इतिहास और भूमिका-
जगुआर विमान भारतीय वायु सेना के बेड़े का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। यह एक डीप-स्ट्राइक फाइटर एयरक्राफ्ट है, जिसे ब्रिटिश एयरोस्पेस और फ्रांसीसी कंपनी दसॉल्ट द्वारा संयुक्त रूप से विकसित किया गया था। भारत ने 1970 के दशक के अंत में इन विमानों को अपने बेड़े में शामिल किया था और तब से इनका कई बार अपग्रेड किया गया है।
एक रक्षा विशेषज्ञ ने बताया, “जगुआर भारतीय वायु सेना की ग्राउंड अटैक क्षमता का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। यह निचली ऊंचाई पर तेज गति से उड़ान भरने और सटीक हमले करने में सक्षम है। हालांकि, ये विमान अब पुराने हो रहे हैं और भारतीय वायु सेना धीरे-धीरे इन्हें आधुनिक विमानों से बदलने की योजना बना रही है।”
सिस्टम मैलफंक्शन के कारण जांच शुरू-
भारतीय वायु सेना ने हादसे के कारणों की जांच के लिए कोर्ट ऑफ इंक्वायरी के आदेश दिए हैं। प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, विमान के सिस्टम में खराबी आने के कारण यह दुर्घटना हुई। वायुसेना के सूत्रों के अनुसार, पायलट ने उड़ान के दौरान सिस्टम फेलियर की सूचना दी थी और विमान को एयरबेस पर वापस लाने का प्रयास कर रहे थे।
“अभी तक यह स्पष्ट नहीं है कि सिस्टम में किस प्रकार की खराबी आई थी। कोर्ट ऑफ इंक्वायरी इसकी विस्तृत जांच करेगी और अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत करेगी,” एक अधिकारी ने बताया।
स्थानीय प्रशासन और रेस्क्यू ऑपरेशन-
घटना की सूचना मिलते ही स्थानीय प्रशासन और वायुसेना के अधिकारी मौके पर पहुंचे और रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया। पायलट को तुरंत अंबाला एयरबेस के अस्पताल में ले जाया गया, जहां उनकी मेडिकल जांच की गई।
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पंचकूला के डिप्टी कमिश्नर ने बताया, “हमने क्रैश साइट को सील कर दिया है और वायुसेना के अधिकारियों को विमान के मलबे को हटाने में मदद कर रहे हैं। सौभाग्य से, क्रैश स्थल के आसपास कोई आबादी नहीं थी, इसलिए कोई नागरिक हताहत नहीं हुआ।”
IAF के विमान दुर्घटनाओं का इतिहास-
पिछले कुछ वर्षों में भारतीय वायु सेना के कई विमान दुर्घटनाग्रस्त हुए हैं, जिसने रखरखाव और प्रशिक्षण प्रक्रियाओं पर सवाल खड़े किए हैं। रक्षा विशेषज्ञों का कहना है कि IAF के बेड़े में कई पुराने विमान शामिल हैं, जिन्हें जल्द ही बदलने की आवश्यकता है।
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