कोरोना के बढ़ते हुए मामलों को लेकर केंद्र द्वारा एक बार फिर से सरकार की ओर से एडवाइजरी जारी की गई है। H3N2 इन्फ्लूएंजा के साथ-साथ कोविड-19 जोखिम भी तेजी से बढ़ रहा है और कई राज्यों में इसके मामलों में बढ़ोतरी हुई है। जिसके बाद कोरोना के बढ़ते हुए मामलों को देख केंद्र सरकार ने रविवार को एक नई एडवाइजरी जारी की है। कुछ ही दिन पहले स्वास्थ्य मंत्रालय ने राज्यों को पत्र लिखकर बढ़ते मामलों पर काबू पाने और उनसे लड़ने के लिए टेस्टिंग, ट्रैक, इलाज और टीकाकरण 5 स्तरीय तकनीक का इस्तेमाल करने के लिए कहा था।
नई एडवाइजरी-
संक्रमण की नई लहर पर काबू पाने के लिए केंद्र द्वारा नई एडवाइजरी जारी की गई है। जिसमें कहा गया कि एंटीबायोटिक दवाइयों का उपयोग तब तक नहीं करना चाहिए जब तक जब तक वायरस के संक्रमण का संदेश ना हो। साथ ही अन्य संक्रमणों के साथ साथ कोविड-19 के सहयोग की संभावना पर भी विचार किया जाना चाहिए। कोविड-19 नेशनल टास्क फोर्स द्वारा दी गई एडवाइजरी में हल्की रोग में कार्टिकॉ स्टेरॉइड देने की सलाह नहीं दी जाती।
COVID-19 National Task Force under Ministry of Health and Family Welfare releases revised clinical guidance for the management of adult COVID-19 patients pic.twitter.com/HvaLtE7nTh
— ANI (@ANI) March 19, 2023
कुछ दवाइयों को ना लेने की सलाह-
जारी की गई एडवाइजरी में कुछ दवाइयों को ना लेने की सलाह दी गई है, जिनका इस्तेमाल कोविड-19 में नहीं किया जा रहा, आइवरमेक्टिन, हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन, मोलनुपिराविर और फेविपिराविर शामिल शामिल हैं। एडवाइजरी में लोगों को सलाह दी गई है, कि वह शारीरिक दूरी, घर के बाहर मास्क का उपयोग, हाथ की स्वच्छता, रोगसूचक प्रबंधक, टेंपरेचर और ऑक्सीजन की जांच करते रहें साथ ही डॉक्टर्स के संपर्क में रहें।
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इसके अलावा एडवाइजरी में मध्यम या गंभीर संक्रमण होने पर रिसीवर इंजेक्शन की खुराक की सलाह दी गई है, जबकि जिन लोगों को सांस लेने में परेशानी है और 5 दिनों से ज्यादा तेज बुखार जैसे लक्षण है, तो उन्हें तुरंत डॉक्टर्स की मदद लेनी चाहिए।
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