अमेरिका ने चीन के नागरिक मामलों के मंत्रालय के द्वारा भारत देश के अरुणाचल प्रदेश राज्य के 11 जगहों के नाम बदले जाने पर बड़ी प्रतिक्रिया देते हुए, भारत का समर्थन किया और कहा कि अरुणाचल प्रदेश भारत का अभिन्न अंग हैं, जिसके साथ ही इन क्षेत्रीय दावों के तहत स्थानीय इलाकों का नाम बदलने के किसी भी एकतरफा प्रयास का विरोध करता है। हाल ही में चीन ने अरुणाचल प्रदेश के क्षेत्र को दक्षिणी तिब्बत का हिस्सा बताया है और उस क्षेत्र पर चीन का आधिकार होने का दावा किया है।
व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव कैरिन ज्यां-पियरे (White House Press Secretary Karine Jean-Pierre) ने कहा कि अमेरिका उस क्षेत्र यानी अरुणाचल प्रदेश को बहुत लंबे समय से भारत के अभिन्न अंग के रूप में मान्यता देता आया हैं, इसीलिए अमेरिका उस इलाके का नाम बदलकर क्षेत्रीय दावों को आगे बढ़ाने के प्रयासों का कड़ा विरोध करता हैं।
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चीन ने बदला अरूणाचल प्रदेश के स्थानों का नाम-
चीन के द्वारा अरुणाचल प्रदेश के कुछ स्थानों का नाम बदलने के बाद भारत ने चीन को जबाव देते हुए कहा कि यह राज्य भारत का अभिन्न एवं अटूट हिस्सा है और मनगढ़त नाम रखने से यह वास्तविकता नहीं बदली जा सकती। जिसके बाद विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा हमने ऐसी खबरें कई बार देखी हैं, ऐसा पहली बार नहीं हुआ है कि जब चीन ने अरूणाचल प्रदेश को अपना हिस्सा बताया है चीन की ऐसी बेतुकी बातों को हम खारिज करते हैं।
आपको बता दें कि हाल ही में चीन ने अरुणाचल प्रदेश के लिए चीनी, तिब्बती और पिनयिन शब्दों में नामों की तीसरी सूची जारी की हैं। वहीं आपको जानकर हैरानी होगी की चीन द्वारा अरुणाचल प्रदेश के लिए जारी मानकीकृत भौगोलिक नामों की यह पहली सूची नहीं बल्कि यह तीसरी सूची है। चीन के द्वारा अरुणाचल प्रदेश में छह स्थानों के मानकीकृत नामों की पहली सूची साल 2017 में जारी की गई, उसके बाद साल 2021 में 15 स्थानों की दूसरी सूची जारी की गई।
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