IPL 2023: राजस्थान रॉयल्स द्वारा दिए गए 200 रनों का लक्ष्य को पूरा करने में दिल्ली कैपिटल्स की टीम नाकाम रही। डेविड वॉर्नर ने 55 गेंदों में 65 रन बनाए, जबकि उनकी अधिकांश टीम उनके चारों ओर बिखर गई, उनकी धीमी स्ट्राइक रेट के कारण पूर्व भारतीय क्रिकेटर वीरेंद्र सहवाग और सुनील गावस्कर ने शनिवार को दिल्ली कैपिटल्स के कप्तान डेविड वार्नर के प्रदर्शन की आलोचना की।
सहवाग और गावस्कर ने दिल्ली की हार के लिए वॉर्नर को ठहराया जिम्मेदार :
वॉर्नर ने भले ही 65 रन बनाए हों, लेकिन वह 118.18 के स्ट्राइक रेट से थे। दिल्ली कैपिटल्स की टीम के लिए दूसरा सर्वश्रेष्ठ स्कोर ललित यादव का 24 गेंदों में 38 रन का था। लेकिन सहवाग और गावस्कर दोनों ने वार्नर की पारी पर निशाना साधते हुए उनके प्रदर्शन की आलोचना की और कहा, “डेविड, अगर तुम सुन रहे हो, तो कृपया करके अच्छा खेलो। तुमने 25 गेंदों में 50 रन बनाए। जायसवाल से कुछ सीखो, उन्होंने 25 गेंदों में अपना अर्धशतक पूरा कर लिया। अगर आप अपने खेल में सुधार नहीं कर सकते तो, बेहतर होगा कि IPL में आकर मत खेलो।”
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गावस्कर और सहवाग ने वार्नर के प्रदर्शन की आलोचना की:
उन्होंने आगे कहा, ‘टीम के लिए बेहतर होता अगर डेविड वार्नर 55-60 रन बनाने के बजाय 30 रन पर आउट हो जाते। रोवमैन पॉवेल और इशान पोरेल जैसे खिलाड़ी बहुत पहले ही मैच में आ सकते थे और शायद कुछ करके भी दिखा देते, लेकिन उन खिलाड़ियों के लिए कोई गेंद ही नहीं बची थी, जबकि वे टीम में बड़े हिटर हैं।’ जिसके बाद उन्होंने कहा, “मेरे ख्याल से अब वक्त आ गया है, जब हम इंग्लिश में ये सब वार्नर को बताएं ताकि वह इसे सुनें और आहत महसूस करें।”
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‘वॉर्नर को इस हार की जिम्मेदारी लेनी होगी’:
गावस्कर भी ऑस्ट्रेलियाई बाएं हाथ के बल्लेबाज के आलोचक थे और उन्होंने कहा कि, इस पारी में वार्नर ने जिस तरह से बल्लेबाजी करने का फैसला किया, उसके आधार पर उन्हें इस नुकसान की जिम्मेदारी स्वयं लेने की जरूरत है। “अगर आप 8 गेंद पर 8 रन बनाकर आउट हो जाते हैं, तो यह कहा जा सकता है कि ठीक है, वह उस लय को नहीं पा सका। लेकिन आप टीम के कप्तान हैं, आपके पास वह अनुभव है। वह आईपीएल में सबसे तेज 6000 रन बनाने वाले खिलाड़ी हैं, इसलिए आप कभी भी इन पारियों में उनके ऐसे प्रदर्शन की कल्पना नहीं कर सकते।” डेविड वार्नर अगर दिल्ली कैपिटल्स के कप्तान नहीं होते तो रिटायर्ड हर्ट होते। अगर यह कोई युवा भारतीय खिलाड़ी होता तो उसका टूर्नामेंट खत्म हो जाता। यह उनका आखिरी मैच होता। वार्नर को इस हार की जिम्मेदारी लेनी होगी।