पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की इस्लामाबाद हाई कोर्ट से गिरफ्तारी के बाद देश के अलग-अलग हिस्सों में पीटीआई समर्थकों का हिंसक विरोध प्रदर्शन जारी है। पिछले चौबीस घंटों में से ज्यादा वक्त जारी इस हिंसक प्रदर्शन पर काबू पाने के लिए विभिन्न प्रांतीय सरकारों ने सुरक्षा व्यवस्था दुरुस्त करने के लिए सेना की मदद मांगी है। हालांकि इसके बाद पीटीआई समर्थकों का गुस्सा थमने का नाम ही नहीं ले रहा है, ऐसे में अब देश में आपातकाल घोषित किए जा सकता है।
आपातकाल लगाए जाने पर विचार-
जानकारी के मुताबिक, देश में हिंसा और अराजकता के माहौल को देखते हुए पीएम ऑफिस में एक बेहद अहम बैठक चल रही है, जिसमें संविधान के अनुच्छेद 243 के तहत देश भर में कानून व्यवस्था दोबारा से बहाल करने के लिए आपातकाल लगाए जाने पर विचार किया जा रहा है।
सशस्त्र बलों की तैनाती-
पाकिस्तान के संविधान अनुच्छेद 243 में सशस्त्र बलों की तैनाती के विशेष प्रावधान का जिक्र किया गया है। जिसके मुताबिक, सशस्त्र बलों को जब बुलाया जाएगा तो वे संघीय सरकार के निर्देशों पर बाहरी हमले के खिलाफ पाकिस्तान की रक्षा करेंगे और कानून व्यवस्था बनाए रखने में नागरिक सरकार की मदद करेंगे।
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पाकिस्तान की सशस्त्र सेनाओं से जुड़ा-
इसमें यह भी प्रावधान किया गया है, कि खंड 1 के तहत संघीय सरकार द्वारा जारी किए गए किसी भी निर्देश की वैधता पर किसी भी अदालत में सवाल नहीं उठाया जाएगा। इसके अलावा इस दौरान पाकिस्तान की सशस्त्र सेनाओं से जुड़ा कोई भी मामला हाईकोर्ट के ज्यादातर क्षेत्रों के बाहर होगा।
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