किरण शर्मा
महान आचार्य चाणक्य को भारतीय इतिहास में अर्थशास्त्र के जनक के रूप में जाना जाता है। कई लोग इन्हें कौटिल्य के नाम से भी बुलाते हैं। चाणक्य ने अपने ज्ञान के आधार पर मनुष्य को जीवन जीने के कई तरीकों के बारे में बताया है। जिनमें से एक घर की दिशा और स्थान भी है
चाणक्य बताते हैं, कि किसी भी जगह पर नया घर बसाने से पहले उसके बारे में पूरी जानकारी होना बेहद आवश्यक है वरना जीवन परेशानियों से घिर जाता है। आज हम आपको इस बारे में जानकारी देंगे, कि किसी भी नई जगह घर बसाने से पहले किन बातों का विशेष ध्यान रखना चाहिए।
क्या कहते हैं आचार्य चाणक्य-
1- चाणक्य नीति के अनुसार, किसी भी ऐसी जगह पर घर नहीं बनाना चाहिए जहां आप रोजी रोटी का साधन उत्पन्न ना कर सके। ऐसी जगह पर जीवन मुश्किलों में गुजरता है इसीलिए घर बनाने के लिए ऐसी जगह का चुनाव करें जहां आजीविका का साधन जुटाया जा सके।
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2- चाणक्य कहते हैं, कि जहां पर सामाजिक लोक लाज की परवाह नहीं होती है ऐसी जगह
नहीं रहना चाहिए।
3- आचार्य चाणक्य के अनुसार घर ऐसी जगह पर बसाना चाहिए जहां लोगों में परोपकार की भावना हो। ऐसे लोगों की संगत में रहना सबसे उचित होता है।
4- जिस जगह पर कानून का डर ना हो, अपराधिक सोच-विचार के व्यक्ति हो ऐसी जगह पर भी घर नहीं बसाना चाहिए।
5- घर हमेशा ऐसी जगह पर बसाना चाहिए जहां आसपास के लोग दान देने में विश्वास रखते हो। ऐसी जगह सबसे पवित्र होती है।
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