त्योहारों का सीजन शुरू हो चुका है और दिवाली आ रही है, लेकिन दिवाली से पहले ही दिल्ली की हवा जहरीली हो चुकी है। राजधानी दिल्ली में वायु प्रदूषण इतनी तेजी से बढ़ रहा है कि सुबह के समय जिधर देखे उधर आपको धूंध नजर आएगी। सुबह के समय प्रदूषण की वजह से लोगों ने घूमना भी छोड़ दिया है। दिन में भी लोग मास्क लगाकर बाहर निकल रहे हैं और एयर क्वालिटी इंडेक्स रेड लाइन क्रॉस कर चुका है। हमेशा की तरह इस साल भी स्थिति बेहतर नहीं है। दिल्ली के अलग-अलग इलाकों के एयर क्वालिटी को देखकर यह साफ पता चलता है कि दिल्ली की हवा एक बार फिर से जहरीली हो चुकी है।
रेड लाइन क्रॉस-
दिल्ली के बहुत से इलाकों में एयर क्वालिटी इंडेक्स रेड लाइन क्रॉस कर चुकी है। सोमवार की सुबह 7:00 अलग-अलग क्षेत्र में नोट किया गया, कि ज्यादातर जगहों पर हवा की क्वालिटी बेहद खराब हो रही है। अब सोचने वाली बात यह है कि हर साल दिल्ली पर प्रदूषण का अटैक क्यों होता है। हर साल दिल्ली में प्रदूषण की वजह से लॉकडाउन लगता है। हर साल ऐसा क्यों होता है और वायु की गुणवत्ता इतनी ज्यादा खराब क्यों है, इसके पीछे क्या कारण है आईए जानते हैं।
कारण-
समाचार वेबसाइट डीएनए के मुताबिक इसमें पहला कारण दिल्ली में दौड़ते हुए वहां हैं, दूसरा कारण फैक्ट्री से निकलने वाला धुंआ और तीसरा कारण कंस्ट्रक्शन की वजह से पैदा होने वाली धूल और चौथा कारण दिल्ली के आसपास के राज्यों में जल रही पराली है। यह वह कारण है जिनकी वजह से दिल्ली में हर साल प्रदूषण बढ़ जाता है। दिल्ली सरकार ने इससे निपटने के लिए फिर से ग्रेड रेस्पॉन्ड डायरेक्शन यानी कि GRAP के स्टेज 2 को लागू किया है और इसमें कई बदलाव भी किए गए हैं।
ये भी पढ़ें- Delhi के CM ने किया सराय काले खां फ्लाईओवर एक्सटेंशन का उद्घाटन, मिलेंगे ये फायदे
वातावरण-
अक्टूबर से नवंबर के महीने में दिल्ली में हर साल इसी तरह के धूंध देखने को मिलती है। इसका बड़ा कारण गर्मी के समय पर दूषित हवा पृथ्वी की सतह के पास होती है। उसका घनत्व कम होता है और तापमान ज्यादा होता है। जिस वजह से प्रदूषित वायु आसानी से वातावरण की ऊपरी सतह तक चली जाती है और प्रदूषण कम हो जाता है। लेकिन जैसे ही सर्दी आती है वैसे ही वायु का तापमान कम हो जाता है। इस वजह से प्रदूषण पृथ्वी की सतह है के नजदीकी रह जाती है। इसके अलावा इस मौसम में हवा भी कम चलती है इसलिए प्रदूषण घटता नहीं है।
ये भी पढ़ें- Delhi में एयर क्वालिटी बहुत खराब होने की संभावना, GRAP स्टेज 2 होगा लागू