Kerala Covid Cases: इस समय केरल में कोरोनावायरस के मामले तेजी से बढ़ते जा रहे हैं, इसके अलावा मलेशिया, सिंगापुर और इंडोनेशिया जैसे कई दक्षिण पूर्व एशियाई देशों में कोरोना के मामले रिकॉर्ड तोड़ रहे हैं। केरल द्वारा ओम्निक्रोन संस्करण ने नई चिताओं को बढ़ा दिया है। हालांकि विशेषज्ञों का कहना है की चिंता की बात नहीं है, लेकिन वायरस की निरंतर निगरानी की जरूरत है। ऐसा माना जा रहा है कि अगर राज्य में कोरोना के मामले इसी तरह बढ़ते रहे तो केरल सरकार संवेदनशील इलाकों में प्रतिबंध लागू कर सकती है।
संक्रामक रोग विभाग के एसोसिएट प्रोफेसर-
इसके अलावा एक महीने में केरल में सक्रिय मामले लगातार 33 से बढ़कर 768 पहुंच गए, जिससे चिंता बढ़ गई है। कोच्चि के अमृत अस्पताल में संक्रामक रोग विभाग के एसोसिएट प्रोफेसर डॉक्टर दीपू ने एम्स को बताया कि इससे जुड़े लक्षणों में थकान, बुखार, खांसी, नाक बंद और सर दर्द शामिल है। उन्होंने कहा कि अभी गंभीरता और सार्वजनिक स्वास्थ्य प्रभाव का निश्चित रूप से आकलन करना जल्दबाजी होगी। इसके लिए निरंतर निगरानी और अनुसंधान की जरूरत है। भारत को चिंता की जरूरत नहीं है, लेकिन हमें सतर्क रहना चाहिए। भारतीय जिनोमिक्स के नवीनतम आंकड़ों के मुताबिक, केरल में कोरोना के संस्करण की उपस्थिति की पुष्टि की गई है।
कोई नया संक्रमण नहीं-
जहां पर वर्तमान में कोविड के मामलों में वृद्धि देखी जा रही है। यह कोई नया संक्रमण नहीं है, लेकिन भारत के लिए यह नया ही है। क्योंकि वैश्विक स्तर पर यह 38 देश में पहले ही प्रमुख रहा है और यह ज्यादातर अमेरिका, यूके, पुर्तगाल और कुछ अन्य देशों में देखा जाता है। संक्रमण के रूप इस प्रकार की खासियत यह है कि इसमें कुछ संक्रमण होते हैं। जिसमें ऊपरी श्वसन प्रकार की भागीदारी है। जिसका मतलब है कि सर्दी, खांसी, नाक बहना कभी-कभी सांस फूलना शामिल है। लेकिन आज तक ऑक्सीजन वेंटीलेटर बेड की जरूरत नहीं पड़ी और कोई मौत भी नहीं हुई है।
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237 नए कोरोनावायरस संक्रमण-
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, गुरुवार को भारत में 237 नए कोरोनावायरस संक्रमण दर्ज किए गए, जिससे मामले बढ़कर 1185 तक पहुंच गए। सुबह 8:00 बजे अपडेट किए गए आंकड़ों के मुताबिक मरने वालों की संख्या दर्ज की गई है। देश में कोविड के मामलों की संख्या 4.5 करोड़ है। स्वास्थ्य मंत्रालय की वेबसाइट के मुताबिक, बीमारी से ठीक होने वालों की संख्या बढ़कर 4,46,9,336 हो गई है और राष्ट्रीय रिकवरी डर 98.81% है। केंद्रीय मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक बुधवार को भारत में 1 दिन में 252 में कोरोना के मामले दर्ज किए गए थे। जिसके मुताबिक, यह इस साल 2 जून के बाद सबसे अधिक मामले थे। जबकि सक्रिय मामलों की संख्या बढ़कर 1091 हो गई है।
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