Pran Pratistha: राहुल गांधी इन दोनों असम के एक गांव से भारत जोड़ो यात्रा निकाल रहे हैं, लेकिन उनकी इस यात्रा के दौरान उन्हें विरोध का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने आज सोमवार को कहा कि उन्हें असम के मंदिरों में जाने का से रोका जा रहा है। जानकारी के मुताबिक राहुल गांधी को पुलिस प्रशासन ने शंकर देव के जन्म स्थान पर जाने से रोक दिया। ऐसा होने पर अफसर में नाराजगी देखी गई है। वहीं राहुल ने इस पर कहा कि इसमें मेरी क्या गलती है। कांग्रेस के राहुल गांधी ने दावा करते हुए कहा कि पहले प्रशासन ने मुझे मंदिर जाने की इजाजत नहीं दी। लेकिन आज यही लोग मुझे वहां जाने से रोक रहे हैं।
सिर्फ हाथ जोड़ने के लिए-
उन्होंने कहा कि मैं सिर्फ हाथ जोड़ने के लिए मंदिर में जाना चाहता हूं। उन्होंने कहा कि शायद मंदिरों में एक ही आदमी को जा सकता है। जानकारी के मुताबिक, राहुल की अधिकारियों संग बाहिशबाजी भी हुई है। अधिकारियों का कहनी है कि हम उनको दोपहर 3:00 बजे के बाद मंदिर में जाने की इजाजत देंगे। इस पूरे मामले के बाद राहुल गांधी ने कहा कि मुझे मंदिर जाने से क्यों रोका जा रहा है।
विरोध जताते हुए समर्थकों संग धरना-
इसमें मेरी क्या गलती है, वहीं अधिकारियों का कहना है कि हमारे पास आदेश हैं। ऐसा होने पर राहुल गांधी ने विरोध जताते हुए समर्थकों संग धरना दिया। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि इससे पहले वहां के स्थानीय लोगों ने राहुल के सामने मोदी-मोदी के नारे लगाए थे, जिसके बाद राहुल ने उन्हें फ्लाइंग किस दी।
असम के सीएम हेमंत विश्व शर्मा-
इससे एक ही दिन पहले असम के सीएम हेमंत विश्व शर्मा ने राहुल गांधी को सलाह देते हुए कहा, कि उनको शंकर देव की जन्मस्थली जाने से बचना चाहिए। उन्होंने कहा कि अयोध्या में राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा के बाद ही राहुल गांधी सकते हैं। दरअसल राहुल गांधी राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा के दौरान ही एक मंदिर में जाना चाहते थे।
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समाचार एजेंसी-
लेकिन उन्हें जाने से रोक दिया गया, वह धरने पर बैठ गए। समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, राहुल गांधी कहते हुए सुनाई दे रहे हैं कि शायद आज सिर्फ एक व्यक्ति मंदिर जा सकता है। मंदिर के प्रबंधन समिति का कहना है कि अयोध्या में राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा की वजह से हजारों श्रद्धालु आएंगे, इसलिए राहुल को 3:00 बजे के बाद ही मंदिर में जाने की अनुमति दी जाएगी।
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