आम आदमी पार्टी की राज्यसभा सांसद और दिल्ली महिला आयोग की पूर्व अध्यक्षा स्वाति मालीवाल का विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा। अब स्वाति इस मामले पर खुलकर बोली हैं और उन्होंने न्यूज एजेंसी एएनआई से बातचीत की है। कहा जा सकता है कि आम आदमी पार्टी और स्वाति मालीवाल के बीच गहराए विवाद के बीच ये पहली बार है कि स्वाति खुलकर वीडियो पर कुछ कह रही हैं। इससे पहले स्वाति ने कोर्ट में अपने बयान दर्ज कराए थे ट्वीट किए थे लेकिन वीडियो बयान सामने नहीं आया था न ही वो अबतक इस मामले को लेकर मीडिया से मुखातिब हुई थी।
स्वाति मालीवाल-
स्वाति मालीवाल के अनुसार अगर आम आदमी पार्टी उनकी जगह किसी वकील को ये सीट देना चाहती थी, तो मुझे बड़े प्यार से कह सकती थी। मैं पार्टी के लिए ये करने के लिए एकदम तैयार थी। लेकिन जो रास्ता केजरीवाल और उनके पीए ने अपनाया, मुझसे मारपीट की उसके बाद मैं किसी भी कीमत पर अब ये पद नहीं छोड़ने वाली।
बिना पद के भी काम-
उन्होंने कहा कि अगर मेरी राज्यसभा सीट उन्हें चाहिए थी, तो “वह प्यार से मांग सकते थे, अगर वह प्यार से मांगते तो मैं जान दे देती, एमपी तो बहुत छोटी बात है। मैंने अपने पूरे करियर में कभी किसी पद के लिए लालसा नहीं रखी है, मैं बिना पद के भी काम कर सकती हूं। साल 2006 में इंजीनियरिंग की नौकरी छोड़कर मैं तब जुड़ी थी जब कोई किसी को जानता नहीं था। मैंने ज़मीन पर रहकर काम किया है। मैं उन सब प्रमुख लोगों में से एक रही हूं।”
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13 मई की घटना-
ANI से बातचीत के दौरान उन्होंने 13 मई की घटना को याद करते हुए कहा कि “13 मई को सुबह करीब 9:00 बजे वह दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से मिलने उनके आवास पर गई थीं। तभी स्टाफ ने उन्हें ड्राइंग रूम में बैठने के लिए कहा और बताया कि अरविंद केजरीवाल घर पर हैं और वह यहां आ रहे हैं। जिसके बाद मुझसे मिलने के लिए केजरीवाल के पिए विभव कुमार की गुस्से में आए और उन्होंने मुझसे पूछा कि क्या हुआ केजरीवाल अभी आ रहे हैं, मैंने इतना ही कहा, इसके बाद उसने मुझे 7 से 8 बार थप्पड़ मारे, जब मैंने उसे धक्का देने की कोशिश की तो उसने मेरे पैर पकड़ लिए और मुझे घसीट दिया, मैं फर्श पर गिर गई और उसने मुझे अपने पैरों से मारना शुरू कर दिया मैं चिल्ला रही थी, लेकिन मदद के लिए कोई नही आया।
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