Shiv Sena: अजीत पवार गुट की NCP के बाद अब शिंदे की शिवसेना भी मोदी कैबिनेट से नाराज़ हो गई है। शिंदे गुट की शिवसेना का कहना है कि मोदी की कैबिनेट में सिर्फ एक सीट वालों को भी मंत्री पद दिया गया है। लेकिन शिंदे गुट की शिवसेना के पास 7 सीट होने के बावजूद भी सिर्फ एक स्वतंत्र प्रभार के साथ राज्य मंत्री का ही पद दिया गया है। पार्टी के चीफ का कहना है कि उन्हें कैबिनेट में जगह मिलने की उम्मीद थी।
Shiv Sena 7 सीटें जीतने के बाद भी-
उन्होंने कहा की चिराग पासवान के पास 5 सांसद हैं, जीतन राम मांझी के पास एक सांसद है, इसके बाद भी उन्हें कैबिनेट में जगह दी गई, जबकि हमारे पास 7 सीटें है उसके बावजूद भी हमें सिर्फ एक राज्य मंत्री का पद क्यों मिला। उन्होंने खुलकर अपनी नाराज़गी व्यक्त की और कहा कि हमारी सीटों के हिसाब से हमें कैबिनेट में जगह दी जानी चाहिए थी।
एक-एक सांसद वालों को जगह (Shiv Sena)-
शिवसेना ने कहा कि अन्य घटक दलों के तो एक-एक सांसद चुने गए, लेकिन उन्हें कैबिनेट में पद दिया गया। लेकिन बीजेपी ने शिंदे गुट के प्रति इतना अलग रूख क्यों अपनाया है। शिवसेना सांसद का कहना है कि अगर ऐसा ही चलता रहा तो परिवार के खिलाफ जाकर महागठबंधन में शामिल हुए, अजित पवार को मंत्री पद दिया जाना चाहिए था। बीजेपी को इसके अलावा सतारा सांसद को मंत्री पद देना था।
एनसीपी अजीत गुट भी नाराज़-
शिवसेना की नाराजगी से पहले एनसीपी अजीत गुट ने भी मंत्री पद नहीं मिलने पर अपनी नाराजगी पर जताई थी। पार्टी नेता प्रफुल्ल पटेल का कहना था कि कल रात को यह जानकारी जी गई कि स्वतंत्र प्रभार वाला एक राज्य मंत्री पद हमारी पार्टी को मिलेगा। उन्होंने आगे बताया कि वह पहले केंद्र सरकार में कैबिनेट मंत्री थे, तो अब यह उनके लिए डिमोशन वाली बात होगी। हमने भाजपा नेतृत्व को सूचित कर दिया।
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महाराष्ट्र में चुनाव-
उन्होंने हमें कहा कि बस कुछ दिन का इंतजार है, वह सुधारात्मक उपाय करेंगे। लोकसभा चुनाव 2024 में महाराष्ट्र में बीजेपी ने शिवसेना और अजीत गुट की एनसीपी के साथ चुनाव लड़ा था। बीजेपी ने 23 सीटों पर चुनाव लड़ा और 9 सीटें जीती, अजीत गुट की पार्टी एनसीपी ने तीन सीटों पर चुनाव लड़ा और एक सीट जीते, वहीं शिंदे गुट ने 19 सीटों पर चुनाव लड़कर 7 सीटों पर जीत हासिल की।
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