Priyanka Gandhi: काफी समय से यह स्सपेंस बना हुआ था कि राहुल गांधी कौन सी सीट से संसद जाने वाले हैं, लेकिन अब यह सस्पेंस खत्म हो चुका है। राहुल गांधी ने अपनी वायनाड की सीट को छोड़ने का फैसला किया है। वह रायबरेली से संसद जाने वाले हैं। ध्यान देने वाली बात यह है कि इस बार राहुल गांधी की जगह उनकी बहन प्रियंका गांधी चुनाव लड़ने वाली हैं, यह पहली बार होगा जब प्रियंका गांधी चुनाव लड़ेंगी।
2 घंटे की बैठक के बाद लिया फैसला (Priyanka Gandhi)-
हालांकि लोकसभा चुनाव के दौरान चर्चा की जा रही थी, की प्रियंका गांधी सोनिया गांधी की जगह पर रायबरेली सीट से चुनाव लड़ सकती हैं। लेकिन पार्टी ने इस पर राहुल गांधी को टिकट दे दिया। कांग्रेस की करीब 2 घंटे की बैठक के बाद यह फैसला लिया गया। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे का कहना है कि राहुल गांधी ने दो सीटों पर लोकसभा चुनाव जीता है, जिसके चलते उन्हें एक सीट छोड़नी पड़ेगी। पार्टी का मानना था कि राहुल गांधी को रायबरेली सीट रखनी चाहिए और वायनाड से सीट खाली कर प्रियंका गांधी को चुनाव में उतारना चाहिए। ध्यान देने वाली बात यह है कि पिछले चुनाव में भी प्रियंका गांधी को वाराणसी से मोदी के खिलाफ चुनाव लड़ने का आग्रह किया गया था, लेकिन उन्होंने उस समय इससे इनकार कर दिया था। क्योंकि उनके मेरे कंधों पर 41 सीटों पर पार्टी को जीताने का ज़िम्मा था। उनका कहना था कि एक स्थान पर रहकर ऐसा संभव नहीं है।
Priyanka Gandhi पर 41 सीटों की जिम्मेदारी-
इसलिए वह वाराणसी से चुनाव नहीं लड़ सकती, दरअसल साल 2019 में पूर्वी उत्तर प्रदेश के 41 सीटों की जिम्मेदारी राहुल गांधी ने प्रियंका को सौंप थी और उसमें रायबरेली और अमेठी सीट में शामिल थी। लेकिन उसे समय कांग्रेस सिर्फ रायबरेली सीट ही जीत पाई थी और राहुल अमेठी में स्मृति ईरानी से हार गए थे। साल 2019 में पार्टी की हार के बाद राहुल गांधी ने पार्टी के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया।अब जब यह साफ हो चुका है कि वायनाड से प्रियंका गांधी चुनाव लड़ने वाली हैं तो इस बात पर सस्पेंस बना हुआ है कि आखिर वायनाड से बीजेपी प्रियंका गांधी के खिलाफ किसे मैदान में उतारने वाली है।
स्मृति ईरानी ने प्रियंका गांधी की मां का भरी लोकसभा में अपमान किया था उस अपमान का बदला प्रियंका गांधी ने स्मृति ईरानी को अमेठी से बेदखल करके लिया।
बेदखल केवल अमेठी से ही नहीं किया बल्कि मंत्रीमंडल से भी किया।
अब स्मृति ईरानी अपना बदला प्रियंका गांधी से उनके खिलाफ वायनाड से… pic.twitter.com/MYhkgY5TKu
— Jaiky Yadav (@JaikyYadav16) June 17, 2024
प्रियंका गाधी के खलाफ मैदान में उतरेंगी स्मृति ईरानी?
इसके साथ ही यह भी अटकलें लगाई जा रही हैं कि स्मृति ईरानी वायनाड में प्रियंका के खिलाफ चुनाव चुनाव लड़ सकती है। क्योंकि वायनाड से उनके लिए चुनाव लड़ना अनजान नहीं होगा। क्योंकि जब राहुल गांधी वायनाड से चुनाव लड़ रहे थे तो उनके खिलाफ स्मृति ईरानी चुनाव प्रचार करने के लिए वायानाड आई थीं। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि आखिर प्रियंका गांधी के खिलाफ चुनावी मैदान में बीजेपी से कौन उतरता है। ध्यान देने वाली बात यह है कि इस बार लोकसभा चुनाव के दौरान प्रियंका गांधी ने बहुत मेहनत की है। प्रियंका गांधी 41 सीटों पर प्रचार किया और उनमें से 20 पर पार्टी को जीत दिलाई। उन्होंने हर दिन दो रैलियां और रोड शो भी किए हैं और इसके साथ ही उन्होंने बहुत सी सभाओं को संबोधित भी किया है।
https://t.co/sDhS1TIj1I क्या प्रियंका गांधी के ख़िलाफ़ स्मृति ईरानी चुनाव लड़ने का जोखिम मोल लेंगीं ? क्या भाजपा के पास कोई उम्मीदवार बचा है जो प्रियंका का मुक़ाबला कर सके ? पढ़िए श्रवण गर्ग का यह आलेख :
— श्रवण गर्ग (@ShravanGarg) June 18, 2024
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प्रियंका गांधी को वायनाड से क्यों-
अब प्रियंका गांधी जब वायनाड से चुनाव लड़ने जा रही है तो यह सवाल भी उठ रहे हैं कि आखिर क्यों उन्हें वायनाड से चुनावी मैदान में उतर गया है। दरअसल भाजपा लगातार दक्षिण में अपनी स्थिति मजबूत करने की कोशिश कर रही है और ऐसे में राहुल गांधी के व्हाय नॉट सेट को छोड़ने या किसी अन्य को इस पर उतारने से गलत संदेश जाता है। यही यही कारण है कि प्रियंका गांधी को दक्षिण की सीट से चुनाव में उतारा गया है। वहीं दूसरी ओर कांग्रेस ने उत्तर प्रदेश में पिछले तीनों लोकसभा चुनाव में सबसे अच्छा प्रदर्शन 2024 में किया है। ऐसे में जो जमीन प्रियंका गांधी ने उत्तर प्रदेश में तैयार की है। उस पर राहुल गांधी आने वाले चुनाव में बेहतर प्रदर्शन करने की उम्मीद कर सकते हैं। राहुल गांधी के लिए रायबरेली को छोड़ना मुनासिब नहीं समझ गया। अगर प्रियंका गांधी चुनाव जीत जाती हैं, तो यह पहली बार होगा, गांधी परिवार से तीनों संसद में जाएंगे। हालांकि सोनिया गांधी फिलहाल राजस्थान में राज्यसभा सांसद है।
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