Muzzafarnagar: सावन का पावन महीना शुरू होने वाला है और इसे लेकर उत्तर प्रदेश में कावड़ यात्रा की तैयारिया तेज हो चुकी हैं और इसी बीच मुजफ्फरनगर पुलिस ने सभी दुकानदारों, रेहड़ी और पटरी वालों को अपनी दुकानों पर नंबर प्लेट लगाने के आदेश दे दिए। जिससे विवाद खड़ा हो चुका है। पुलिस द्वारा दिए गए इस आदेश के बाद से किसी ने अपने ठेले पर आरिफ आम वाला, तो किसी ने निसार फल वाला लिखकर टांग दिया है। इसे लेकर यूपी सरकार और पुलिस पर निशाना साधा जा रहा है।
आदेश की आलोचना (Muzzafarnagar)-
बीजेपी के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर इस आदेश की आलोचना की है। इनका यह पोस्ट मुजफ्फरनगर में जारी हुए इसी आदेश के संदर्भ में है, पोस्ट करते हुए उन्होंने कहा कि कुछ अतिरिक्त अधिकारियों के आदेश हड़बड़ी में गड़बड़ी वाली अस्पृश्यता की बीमारी को बढ़ावा दे सकते हैं।
कुछ अति-उत्साही अधिकारियों के आदेश हड़बड़ी में गडबड़ी वाली ..अस्पृश्यता की बीमारी को बढ़ावा दे सकते हैं…आस्था का सम्मान होना ही चाहिए,पर अस्पृश्यता का संरक्षण नहीं होना चाहिए…."जनम जात मत पूछिए, का जात अरु पात।
रैदास पूत सब प्रभु के,कोए नहिं जात कुजात।।🙏🙏🙏
— Mukhtar Abbas Naqvi (@naqvimukhtar) July 18, 2024
Muzzafarnagar कावड़ यात्रा-
आस्था का सम्मान होना ही चाहिए, पर “आज प्रश्न का संरक्षण नहीं, जन्म जात मत पूछिए, का जात अरु का पात, रैदास पूच सब प्रभु के, कोए नहिं जात कुजात।” वही कावड़ यात्रा के दौरान सुरक्षा व्यवस्था को लेकर प्रशासन कोई कसर नहीं छोड़ना चाहती है। इसके लिए रूट भी तय किया जा रहे हैं और पुलिस बल की भी तैनाती हो रही है।
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अलग-अलग विचार-
हालांकि पुलिस द्वारा जारी किए गए इस आदेश को लेकर अलग-अलग विचार सामने आ रही हैं, कुछ लोग इसका समर्थन कर रहे हैं तो कुछ नहीं। कुछ लोगों का कहना है कि यह सुरक्षा के लिहाज़ से सही है, तो वहीं कुछ लोगों का कहना है कि इसकी ज़रुरत नहीं थी।
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