Tungnath Temple: सिर्फ भारत ही नहीं, बल्कि दुनिया के सबसे उंचे शिव मंदिर पर खतरा मंडरा रहा है और इस मंदिर का नाम तुंगनाथ है। उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग में मौजूद तुंगनाथ मंदिर की देखरेख न होने की वजह से यह एक तरफ झुक गया है। इसके अलावा इस मंदिरों की दीवारों में दरारें भी आने लगी हैं। अगर जल्द ही इसे लेकर कुछ नहीं किया गया, तो इसका अस्तित्व में खतरे में पड़ सकता है। मंदिर के पुरोहित का कहना है कि मंदिर एक तरफ झुक रहा है। फॉरेस्ट एक्ट के आड़े आने की वजह से इसका जीर्णोद्धार (Renovation) करना भी कठिन हो रहा है।
दीवारों पर बड़ी-बड़ी दरारें-
तुंगनाथ की दीवारों पर बड़ी-बड़ी दरारें आ गई हैं और ऐसे में सभा मंडप की छत से पानी भी टपकने लगा है। ऐसा कहा जा रहा है कि स्थानीय तीर्थ पुरोहित लंबे समय से मंदिर के जीर्णोद्धार (Renovation) की मांग कर रहे हैं। लेकिन उनका कहना है कि वन अधिनियम की वजह से निर्माण कार्य में अर्चन आ रही है। जिससे जीर्णोद्धार की प्रक्रिया पर असर पड़ा है। तीर्थ पुरोहित का कहना है कि इस मंदिर के जीर्णोद्धार में फॉरेस्ट एक्ट आने की वजह से ऐसा हुआ है। कोई भी सामान ऊपर लाने में परेशानी होती है।
मंदिर लगातार झुकता जा रहा है-
इसके लिए कागज़ी कार्यवाही करनी पड़ती है, मंदिर लगातार झुकता जा रहा है। यह पांडव काल का मंदिर है, जिसे आदि गुरु शंकराचार्य ने बनवाया था। सरकारी नियमों के मुताबिक, यहां कोई भी निर्माण किया ही नहीं जा सकता। सरकारी अनुमति के लिए इतने पापड़ बेलने पड़ते हैं, कि काम हो ही नहीं पा रहा है। मंदिर का निर्माण करने के लिए भी वन विभाग आड़े आ रहा है। हालांकि मंदिर समिति के तुंगनाथ मंदिर के जीणोद्धार के लिए प्रयास तेज कर दिए हैं।
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केदारनाथ मंदिर समिति के अध्यक्ष-
श्री बद्रीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति के अध्यक्ष अजेंद्र अजय का कहना है कि तुंगनाथ मंदिर में होने वाले नुकसान की जानकारी उनके पास है। उनका कहना है कि पिछले साल जियोलॉजिकल सर्वे आफ इंडिया और आर्कियोलॉजिकल सर्वे आफ इंडिया द्वारा मंदिर का अध्ययन करवाया गया। रिपोर्ट मंदिर की समिति को भी सौंपी गई है। इस रिपोर्ट के आधार पर जीणोद्धार का काम जल्द ही शुरू कर दिया जाएगा। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि तुंगनाथ मंदिर करोड़ों सनातनी और हिंदू धर्म की आस्था का केंद्र है। मंदिर के अस्तित्व पर बढ़ते संकट को लेकर श्रद्धालु चिंतित हैं। हालांकि मंदिर समिति ने आज आस्वस्त किया है कि तुंगनाथ मंदिर का जीर्णोद्धार जल्द किया जाएगा।
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