GRAP-I in Faridabad: हाल ही में हरियाणा राज्य प्रदूषण नियंत्रक बोर्ड ने ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान के पहले स्टेज के तहत वायु प्रदूषण पर रोक लगाने के उपाय को लागू करने के लिए अलग-अलग विभागों को निर्देश जारी कर दिए हैं। जहां GRAP को जल्दी लागू किया जाएगा। जीआरपी की स्थापना वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग के द्वारा की गई है, जो राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में वायु गुणवत्ता पर नजर रखने के लिए केंद्रीय पर्यावरण मंत्रालय का एक प्राधिकरण है। एचसीपीसीबी के अधिकारी का कहना है, कि संबंधित विभागों को यह सुनिश्चित करने के निर्देश जारी किए गए हैं, की समस्या का समाधान करने के लिए जरूरी उपाय किए जाएं।
वायु गुणवत्ता की गिरावट-
क्योंकि मौसम की बदलती स्थिति वायु गुणवत्ता की गिरावट में योगदान दे रही है। अधिकारियों का कहना है कि GRAP प्रदूषण संबंधी स्थितियों से निपटने के लिए डिजाइन किया गया है। लेकिन इसका पहला स्टेज 1 अक्टूबर में या पीएम 2.5 के लिए वायु गुणवत्ता सूचकांक 200 को पार करते ही सक्रिय की होने की उम्मीद है। CAQM के मार्गदर्शन में 20 से ज्यादा निर्देश जारी किए गए हैं, जिसमें निर्माण और विध्वंश गतिविधियों के लिए धूल मानदंडों की जांच शामिल है।
क्या-क्या निर्देश दिए-
विशेष रूप से 500 वर्ग या उससे ज्यादा के प्लॉट वाली परियोजनाओं को, जो राज्य के पोर्टल पर पंजीकृत नहीं है। निर्देशों में नगर निगम द्वारा खतरनाक ठोस कचरे का उचित संग्रहण और निपटान भी शामिल है। नगर निकायों को मशीनों के ज़रिए सफाई, सड़कों पर पानी का छिड़काव और निर्दिष्ट स्थलों और लैंड पर धूल का वैज्ञानिक निपटा लागू करने का निर्देश दिया गया है। आदेश में सीएचडी स्थलों पर स्मॉग गन का इस्तेमाल और इसके दौरान सड़क निर्माण और रखरखाव परियोजना को पूरा करने का भी आदेश दिया गया है।
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उल्लंघन करने वालों को दंड-
खुले क्षेत्र में बायोमास और नागरिक अपशिष्ट को जलाने पर प्रतिबंध लगाया गया है। इसके साथ ही अधिकारियों को राष्ट्रीय हरित अधिकरण आदेशों के अनुरूप उल्लंघन करने वालों को दंड देने के भी निर्देश दिए गए हैं। अधिकारियों के मुताबिक, प्रदूषण फैलाने वाले वाहनों की आवाजाही पर रोक लगाने के लिए नियमों को लागू करने और गैर अनुपालन करने वाली औद्योगिक इकाई हॉट मिक्स प्लांट के साथ-साथ गैर स्वच्छ ईंधन का इस्तेमाल ना करने वाले रेस्तरां और वाणिज्यिक प्रतिष्ठानों के खिलाफ कार्यवाही के काम सौंपा गया है। इसी बीच आज शहर का औसत AQI 131 दर्ज किया गया, जो मध्यम श्रेणी में आता है। हालांकि नोएडा दिल्ली ग्रेटर नोएडा, गाजियाबाद समेत एनसीआर के अन्य इलाकों का AQI 200 से ज्यादा रहा।
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