Listeria Disease: अमेरिका और कनाडा पिछले कुछ समय से अपने कई खाद्य पदार्थों जैसे सब्जियां, डेली मीट और बादाम के दूध को वापस मंगा रहे हैं। क्योंकि इनमें एक खाद्य जनित वायरस पाया गया है। इस वायरस का नाम लिस्टेरिया मोनोसाइटोजेन्स है। जिसकी वजह से लिस्टेरियोसिस नामक संक्रमण फैल रहा है। विशेषज्ञों का कहना है, कि यह वाइरस आमतौर पर प्रकृति में, खास तौर पर खराब वनस्पतियों, जानवरों के मल, भूजल और मिट्टी में पाया जाता है। ज्यादातर लोगों को लिस्टेरियोसिस दूषित भोजन खाने की वजह से हो जाता है। सुपर मार्केट बोअर ने हाल ही में अपनी सभी लीवरवुर्स्ट उत्पादों को वापस मंगा लिया है। क्योंकि एपिडेमियोलोजी और लेबोरेट्री के आंकड़ों से पता चलता है, कि उनके डेली स्टोर्स में कटे हुए मांस में लिस्टेरिया से संक्रमित थे और लोगों को बीमार कर रहे थे।
सार्वजनिक स्वास्थ्य नोटिस (Listeria Disease)-
डिज़िज़ कंट्रोल एंड प्रीवेन्सन सेंटर के मुताबिक, इस वायरस से दो लोगों की मौत हुई, जबकि अब तक 28 लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। कनाडा की सरकार ने इस महीने की शुरुआत में सार्वजनिक स्वास्थ्य नोटिस जारी किया। जिसमें कहा गया, कि लिस्टेरिया के 12 मामले सामने आए और उनमें से दो की मौत हो चुकी है। आज हम आपको लिस्टेरियोसिस के बारे में बताने वाले हैं, आप इससे कैसे बच सकते हैं, अगर यह वायरस फैल जाए तो आप इससे कैसे बच सकते हैं और लक्षण क्या हैं आईए जानते हैं-
संक्रमण के कारण(Listeria Disease)-
डॉक्टर्स की मानें, तो दूषित खाद्य पदार्थ लिस्टेरियोसिस संक्रमण का सबसे आम कारण है। जिनमें से कुछ सामान्य खाद्य पदार्थ जैसे हॉट डॉग्स, ताजे फल (खासतौर पर खरबूजे), डेरी उत्पादन और डेली मीट शामिल हैं। लिस्टेरियोसिस कई अन्य खाद्य जनित बीमारियों से अलग है। इसलिए यह कम तापमान में भी आसानी से जीवित रह सकते हैं और रेफ्रिजरेटर समेत अन्य कम तापमान में भी बढ़ सकते है। खाने की चीज़ों को जमा करने पर यह बैक्टीरिया खतरनाक स्तर पर कई गुणा तक बढ़ सकते हैं।
लिस्टेरियोसिस के लक्षण(Listeria Disease)-
लिस्टेरियोसिस के लक्षणों की बात की जाए, तो इसमें ठंड लगना, तेज बुखार, पेट खराब, भयंकर सिर दर्द, समुद्री बीमारी और उल्टी, दस्त, मांसपेशियों में दर्द, संतुलन की हानि शामिल है। डॉक्टर्स का कहना है, कि गंभीर लिस्टेरियोसिस से संक्रमण आपके दिमाग और बल्ड सर्कुलेशन में तेजी से फैलते हैं। जिससे मेनिन्जाइटिस सेप्सिस और एनसेफलाइटिस जैसी जानलेवा बीमारियां पैदा हो सकती है। यह स्थिति गर्भवती महिलाओं के लिए विशेष रूप से खतरनाक होती है, जो कमज़ोर प्रतिरक्षा प्रमाली की वजह से संक्रमण के प्रति संवेदनशील हो सकती हैं।
कैसे कर सकते हैं बचाव?
यह बैक्टीरिया ठंडे तापमान में जीवित रहता है और यहां तक की इसमें पनपता भी है। इसलिए दूषित हो चुके किसी भी खाद्य पदार्थ को नष्ट कर देना जरूरी है। किसी भी संभावित संक्रमण सामग्री को हटाने के बाद एफडीए निर्देशों के मुताबिक, आपको कुछ चीजों का पालन करना होगा। रेफ्रिजरेटर के अंदर दीवारों और सेल्फ को अच्छी तरह से साफ करें। रसोई के सामान जैसे की कटिंग बोर्ड, बर्तनों और काउंटर टॉप को छोड़कर जिनमें बैक्टीरिया मौजूद हो सकता है, उन्हें एक बाल्टी गर्म पानी में एक चम्मच क्लोरीन ब्लीच के साथ को घोल से अच्छी तरह से साफ करें। उसके बाद साफ तौलिए से सुखाय, संक्रमित क्षेत्र को साफ करने से पहले और बाद में साबुन और पानी से कम से कम 20 सेकंड तक अपने हाथों को धोएं।
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लिस्टेरिया का इलाज-
डॉक्टर्स का कहना है, लिस्टेरिया का इलाज संभव है। इसके लिए आप डॉक्टर द्वारा बताए गए, एंटीबायोटिक की मदद ले सकते हैं। विशेषज्ञों के मुताबिक, अगर कोई गर्भवती महिला, 65 वर्ष या उससे ज्यादा उम्र का व्यक्ति या आपकी प्रतिरक्षण प्रणाली कमजोर है, तो आपको एम्पीसिलीन समेत एंटीबायोटिक की खुराक दी जा सकती है। इसके साथ ही आपके डॉक्टर उल्टी और मल्ती समेत अलग-अलग लक्षणों को प्रतिबंधित करने के लिए दवा भी लिख सकता है। अगर आपके लक्षण हल्के हैं, तो आपको उपचार की जरूरत नहीं होती। हालांकि अगर बच्चा लिस्टेरियोसिस संक्रमण के साथ पैदा होता है, तो डॉक्टर जन्म के तुरंत बाद उसे एंटीबायोटिक दे सकते हैं।
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