Maha Kumbh 2025: प्रयागराज में महा कुंभ की शुरुआत के बाद से श्रद्धालुओं की भीड़ लगातार बढ़ती जा रही है। त्रिवेणी संगम पर अनगिनत श्रद्धालु पवित्र स्नान कर रहे हैं। इस बार न केवल देश से बल्कि विदेशों से भी भक्तगण महा कुंभ में स्नान करने पहुंचे हैं, जिससे यहां का दृश्य और भी अद्भुत हो गया है। उत्तर प्रदेश सरकार हर संभव प्रयास कर रही है कि मेले में श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की परेशानी का सामना न करना पड़े।
यात्रा की चुनौतियां(Maha Kumbh 2025)-
दूर-दराज से लोग महा कुंभ की यात्रा की योजना बना रहे हैं, लेकिन यहां रात बिताने को लेकर चिंतित हैं। महा कुंभ में कई ऐसे वीडियो वायरल हो रहे हैं, जहां लोगों को रात बिताने में परेशानी हो रही है। इसलिए जो लोग एक दिन की यात्रा की योजना बना रहे हैं, उन्हें अपनी यात्रा को आसान बनाने के लिए कुछ बातों का ध्यान रखना चाहिए।
सामान की सीमित मात्रा-
यदि आप किसी दूर के शहर से आ रहे हैं, तो केवल जरूरी सामान ही साथ लेकर चलें। घाट तक वाहन ले जाने की सुविधा नहीं है, इसलिए आपको अपना सारा सामान लेकर लंबी दूरी तक पैदल चलना होगा।
सामान की देखभाल-
अकेले यात्रा करने के बजाय किसी साथी को साथ लें। स्नान करते समय यह आपके सामान की देखभाल में मदद करेगा। यह इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि कुछ ही समय में लोगों का सामान गायब हो जा रहा है।
टाइम मेनेजमेंट-
प्रयागराज सुबह पहुंचने की कोशिश करें। पूरे दिन मेले में घूमने के बाद शाम को ट्रेन या बस से अपने शहर के लिए रवाना हो जाएं। महा कुंभ तक पहुंचने के लिए विशेष ट्रेनें चलाई जा रही हैं।
रहने की व्यवस्था-
महा कुंभ में टेंट की सुविधा है, लेकिन यह बहुत महंगी है। वर्तमान में प्रयागराज के होटल भी महंगे हैं, और सार्वजनिक टेंट में लोगों के रहने की जगह नहीं है। ऐसी स्थिति में लोगों को सड़कों पर रहना पड़ रहा है।
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रात में ठहरने की तैयारी-
यदि आप महा कुंभ में रात बिता रहे हैं, तो शॉल और चादर जैसी चीजें अपने साथ ले जा सकते हैं। क्योंकि अगर सोने की जगह नहीं मिलती है, तो आप ठंड में चादर और कंबल से खुद को ढक सकते हैं।
ऑप्शनल आवास-
यदि आपको मजबूरी में प्रयागराज में रुकना पड़े, तो मेले से दूर होटल बुक कर सकते हैं। बाहरी इलाकों में आपको सस्ते होटल मिल सकते हैं।
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