Saif Ali Khan: बांग्लादेशी नागरिक शरीफुल फकीर, जिसने सैफ अली खान पर जानलेवा हमला किया, ने पुलिस पूछताछ में बताया, कि उसने अत्यंत गरीबी के कारण यह अपराध किया। टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार, शरीफुल चोरी करके बांग्लादेश भागना चाहता था, ताकि अपनी बीमार मां की मदद कर सके।
वारदात की रात(Saif Ali Khan)-
16 जनवरी की सुबह सैफ के घर में घुसकर हमलावर ने उन पर कई बार चाकू से वार किया। अभिनेता को गंभीर चोटें आईं और उन्हें तुरंत लीलावती अस्पताल में सर्जरी के लिए भर्ती कराया गया। मंगलवार को उन्हें अस्पताल से छुट्टी दे दी गई।
हमलावर का पिछला जीवन(Saif Ali Khan)-
पुलिस अधिकारी के अनुसार, “उसने सैफ का घर रैंडमली चुना। वह बस किसी अमीर के घर से चोरी करके बांग्लादेश भागना चाहता था।” शरीफुल पहले वर्ली के एक रेस्तरां में काम करता था। फिर सितंबर में ठाणे के एक रेस्तरां में नौकरी मिली। वह प्रति माह 13,000 रुपए कमाता था, जिसमें से 12,000 रुपए अपनी मां के इलाज के लिए बांग्लादेश भेजता था।
नौकरी से निकाला गया(Saif Ali Khan)-
अगस्त में चोरी करते पकड़े जाने के बाद उसे नौकरी से निकाल दिया गया। इसके बाद उसे ठाणे के रेस्तरां में छोटी-मोटी नौकरी मिली। 15 दिसंबर को मैनपावर एजेंसी का कॉन्ट्रैक्ट खत्म होने पर वह बेरोजगार हो गया।
वारदात कैसे की गई-
शरीफुल इस्लाम, शेहजाद मोहम्मद रोहिला, अमीन फकीर उर्फ विजय दास (30) ने सैफ के बांद्रा स्थित बिल्डिंग की कंपाउंड वॉल फांदकर अंदर प्रवेश किया। उस समय सुरक्षा गार्ड सो रहे थे। हमले के तीन दिन बाद पुलिस ने आरोपी को ठाणे से गिरफ्तार किया।
ये भी पढ़ें- Paatal Lok Season 2: पाताल लोक के हाथी राम जा रहे हैं नागालैंड, फरीदा जलाल से लेकर..
झालोकाठी जिले का रहने वाला फकीर-
मुंबई पुलिस ने मंगलवार को आरोपी के साथ सतगुरु शरण बिल्डिंग में क्राइम सीन का पुनर्निर्माण किया। पुलिस इंस्पेक्टर (क्राइम) अजय लिंगनुरकर को मामले का जांच अधिकारी नियुक्त किया गया है। बांग्लादेश के झालोकाठी जिले का रहने वाला फकीर पिछले पांच महीने से मुंबई में रह रहा था। अदालत ने आरोपी को पांच दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया है।
ये भी पढ़ें- पटौदी परिवार की 15,000 करोड़ की संपत्ति पर केंद्र सरकार कर सकती है कब्जा, जानें क्या है पूरा मामला