Aliens Mars Planet: लाल ग्रह मंगल पर एक नई खोज ने वैज्ञानिक जगत में हलचल मचा दी है। नासा के मार्स ग्लोबल सर्वेयर के मार्स ऑर्बिटर कैमरा ने एक विशाल वर्गाकार संरचना की तस्वीरें खींची हैं, जिसकी चौड़ाई लगभग 1.8 मील है। इस खोज ने दुनियाभर में चर्चा छेड़ दी है, और अब स्पेसएक्स के सीईओ एलन मस्क ने इसकी जांच के लिए एस्ट्रोनॉट्स भेजने की बात कही है।
Aliens Mars Planet अनोखी खोज का विवरण-
यह रहस्यमयी संरचना नासा के मार्स ग्लोबल सर्वेयर के पुराने डेटा में मिली है, जिसने 1997 से 2006 के बीच मंगल की मैपिंग की थी। यह ढांचा एक चट्टानी क्षेत्र में स्थित है, जहां कटाव और टेक्टोनिक गतिविधियां लैंडस्केप को आकार देती हैं। लेकिन इसके लगभग परफेक्ट कोणों ने इस बहस को जन्म दिया है कि क्या यह प्राकृतिक है या कुछ और।
This is fucking WILD. https://t.co/ux3LjEEZDd
— Joe Rogan (@joerogan) February 1, 2025
Aliens Mars Planet वैज्ञानिक विश्लेषण और थ्योरीज-
कुछ भू-वैज्ञानिक मानते हैं कि कटाव, ज्वालामुखी गतिविधि, या फ्रैक्चरिंग से यह आकार बन सकता है। पृथ्वी पर भी टेक्टोनिक शिफ्ट और हवा के कटाव से ऐसी संरचनाएं पाई जाती हैं। एक अन्य संभावना यह है कि रोशनी और छाया से वर्गाकार का भ्रम हो रहा हो। मंगल पर पहले भी ‘फेस ऑन मार्स’ जैसी खोज हुई थी, जो बाद में सूर्य की रोशनी के कोण से बनी एक प्राकृतिक चट्टान निकली।
What do you make of the Mars Global Surveyor photo of the square on the surface. And then the possibility it has the same dimensions and slope of the pyramids in Giza. pic.twitter.com/MBLC171MXx
— John Fricke (@JohnFricke) February 2, 2025
एलन मस्क की प्रतिक्रिया और योजनाएं-
पॉडकास्टर जो रोगन द्वारा इस तस्वीर को शेयर करने के बाद एलन मस्क ने तुरंत प्रतिक्रिया दी। मस्क, जो लंबे समय से मंगल पर मानव बस्ती की वकालत करते रहे हैं, इस खोज को लाल ग्रह पर मिशन तेज करने का एक और कारण मानते हैं। स्पेसएक्स पहले से ही डीप-स्पेस मिशन के लिए अपने स्टारशिप प्रोग्राम पर काम कर रही है।
Yes, there really is a giant square ‘structure’ just a short hike from the legendary face on Mars. pic.twitter.com/Uu90cwfejo
— Bruce R. Fenton (@GeologicalSETI) February 1, 2025
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जांच के तरीके-
इस रहस्यमयी संरचना की जांच के लिए कई विकल्प मौजूद हैं। नासा का मार्स रिकॉनिसेंस ऑर्बिटर अपने हाई-रिजॉल्यूशन कैमरे से और विस्तृत तस्वीरें ले सकता है। वहीं अगर मस्क की योजना सफल होती है, तो एस्ट्रोनॉट्स साइट का निरीक्षण कर सकेंगे और सैंपल इकट्ठा कर सकेंगे।
इस खोज ने अंतरिक्ष अन्वेषण को नई दिशा दी है। नासा का आर्टेमिस प्रोग्राम चंद्रमा पर बेस स्थापित करने की योजना बना रहा है, जो मंगल मिशन का स्टेपिंग स्टोन बनेगा। स्पेसएक्स अगले दशक में मानव मिशन भेजने की तैयारी में है। यूरोपीय स्पेस एजेंसी और चीन की स्पेस एजेंसी भी मंगल अन्वेषण की योजना बना रही हैं।
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