Panama Migrant Crisis: पनामा सिटी में एक दिल दहला देने वाला दृश्य सामने आया है, जहां अमेरिका से निर्वासित किए गए प्रवासी होटल की खिड़कियों से हाथ से लिखे संदेशों के माध्यम से मदद की गुहार लगा रहे हैं। पुलिस की निगरानी में रखे गए इन प्रवासियों को बाहर निकलने की अनुमति नहीं है। उनकी खिड़कियों पर “कृपया हमारी मदद करें” और “हम अपने देश में सुरक्षित नहीं हैं” जैसे संदेश देखे जा सकते हैं।
Panama Migrant Crisis 300 निर्वासित प्रवासी-
एसोसिएटेड प्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, लगभग 300 निर्वासित प्रवासी होटल में अपने देशों में वापसी का इंतज़ार कर रहे हैं। पनामा के सार्वजनिक सुरक्षा मंत्री फ्रैंक अब्रेगो ने बताया कि इन प्रवासियों में भारत, चीन, ईरान और वियतनाम के नागरिक शामिल हैं।
Panamanian authorities have informed us that a group of Indians have reached Panama from US
They are safe and secure at a
Hotel with all essential facilities
Embassy team has obtained consular access
We are working closely with the host Government to ensure their wellbeing pic.twitter.com/fdFT82YVhS
— India in Panama, Nicaragua, Costa Rica (@IndiainPanama) February 20, 2025
Panama Migrant Crisis प्रवासियों की अनिश्चित स्थिति-
यह स्थिति तब उत्पन्न हुई जब पनामा ने उन व्यक्तियों के लिए ट्रांजिट पॉइंट के रूप में काम करने की सहमति दी, जिन्हें अमेरिका सीधे निर्वासित करने में कठिनाई का सामना कर रहा था। प्रवासियों की अनिश्चित स्थिति ने पनामा सरकार की आलोचना को जन्म दिया है, हालांकि सरकार का दावा है कि प्रवासियों को हिरासत में नहीं रखा गया है।
पनामा में भारतीय दूतावास-
पनामा में भारतीय दूतावास ने इस मामले का संज्ञान लेते हुए कहा है कि पनामा में भारतीय निर्वासित “सुरक्षित और संरक्षित” हैं। दूतावास ने एक बयान में कहा, “पनामा के अधिकारियों ने हमें सूचित किया है कि भारतीयों का एक समूह अमेरिका से पनामा पहुंचा है। वे एक होटल में सभी आवश्यक सुविधाओं के साथ सुरक्षित और संरक्षित हैं। दूतावास की टीम को कौंसुलर एक्सेस प्राप्त हो गया है। हम उनकी भलाई सुनिश्चित करने के लिए मेजबान सरकार के साथ मिलकर काम कर रहे हैं।”
Panama denies depriving 'freedom' to migrants deported by US.
Public Security Minister says the migrants are not being "deprived of their freedom" while they await repatriation. "They are in our custody for their protection"https://t.co/KK36Vy1pNA pic.twitter.com/Rrg57o52ei
— AFP News Agency (@AFP) February 19, 2025
चीनी महिला प्रवासी-
पनामा की राष्ट्रीय आव्रजन सेवा ने बुधवार को सूचित किया, कि एक चीनी महिला प्रवासी आसपास खड़े लोगों की मदद से होटल से भाग गई। अधिकारियों ने चेतावनी दी है कि जो लोग उसकी मदद करेंगे, उन पर मानव तस्करी या प्रवासी तस्करी से संबंधित आरोप लगाए जा सकते हैं।
निर्वासितों का भविष्य-
निर्वासितों का भविष्य अभी भी अनिश्चित है। सुरक्षा मंत्री फ्रैंक अब्रेगो ने मंगलवार को बताया, कि 299 प्रवासियों में से 171 ने अपने गृह देशों में वापस जाने की सहमति दे दी है, हालांकि उन्होंने इसकी समय-सीमा नहीं बताई। उन्होंने कहा कि एक आयरिश नागरिक को पहले ही स्वदेश भेजा जा चुका है।
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हालांकि, समूह का लगभग 40% स्वैच्छिक प्रत्यावर्तन से इनकार कर रहा है, जिससे यह चिंता बढ़ गई है कि वे होटल में कब तक कैद रहेंगे। अधिकारियों ने संकेत दिया है कि शेष प्रवासियों को डेरियन गैप के पास एक अस्थायी प्रवासन सुविधा में स्थानांतरित कर दिया जाएगा। डेरियन गैप कोलंबियाई सीमा के साथ एक घना जंगल क्षेत्र है, जो ऐतिहासिक रूप से उत्तर की ओर अमेरिका की यात्रा करने वाले प्रवासियों द्वारा उपयोग किया जाता रहा है।
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