सनी देओल और रणदीप हुड्डा की फिल्म ‘जाट’ रिलीज हो चुकी है और थिएटर्स में सीटियां और तालियां थमने का नाम नहीं ले रही हैं। ट्रेलर ने पहले ही बता दिया था कि ये फिल्म एक्शन और ड्रामा का धमाकेदार डोज देने वाली है, और फिल्म ने वो वादा पूरा कर दिखाया। डायरेक्टर गोपीचंद मालिनी ने इसे सिर्फ सनी की स्टारडम पर नहीं छोड़ा, बल्कि एक सॉलिड स्टोरी, शानदार परफॉर्मेंस और बैलेंस्ड इमोशन्स के साथ इसे खास बनाया। ये फिल्म हर उस जगह कामयाब हुई, जहां सलमान खान की ‘सिकंदर’ शायद फिसल गई। तो चलिए, इस फिल्म की कहानी को इंसानी नजरिए से समझते हैं और देखते हैं कि आखिर ये इतनी खास क्यों है।
सनी का ‘ढाई किलो का हाथ’ फिर चला–
सनी देओल असल जिंदगी में शर्मीले और सॉफ्ट हो सकते हैं, लेकिन पर्दे पर वो एकदम सुपरहीरो बन जाते हैं। ‘जाट’ में वो अकेले दम पर गुंडों की फौज को धूल चटाते हैं और ऐसा लगता है जैसे पूरा थिएटर उनकी एनर्जी से हिल रहा हो। जब वो विलेन को पटकते हैं या अपनी दहाड़ के साथ ‘ओए’ चिल्लाते हैं, तो दर्शकों की कुर्सियां तक वाइब्रेट करने लगती हैं। एक सीन में सनी कहते हैं, “ये ढाई किलो के हाथ की ताकत नॉर्थ देख चुका है, अब साउथ देखेगा।” ये सुनकर लगा कि साउथ फिल्म इंडस्ट्री को सनी की पावर समझने में इतना टाइम क्यों लगा? साउथ की ओवर-द-टॉप एक्शन फिल्में और सनी का स्टाइल – ये जोड़ी तो बनती ही थी!
सनी का किरदार बलदेव एक ऐसा जाट है, जो गलत के खिलाफ खड़ा होता है। उसकी एंट्री रामायण के थीम के साथ होती है, बैकग्राउंड में ‘जय श्री राम’ का गाना बजता है। 67 की उम्र में भी सनी जिस जोश से स्टंट्स करते हैं, वो देखकर हर कोई हैरान है। ये फिल्म सिर्फ उनके लिए देखने लायक है।
ये भी पढ़ें- क्या तारक मेहता में नई दया बेन का रोल निभाएंगी काजल पिसल? खुद बताई सच्चाई
रणदीप हुड्डा: खतरनाक विलेन का जलवा–
रणदीप हुड्डा फिल्म में श्रीलंका से आए एक टेररिस्ट रणतुंगा का रोल प्ले करते हैं, जो आंध्र प्रदेश के गांवों में गैंग लीडर बन जाता है। वो इतना खूंखार है कि लोगों का सिर काटने में भी पलक नहीं झपकता। रणदीप का रियल लाइफ जाट होना इस किरदार में चार चांद लगा देता है। उसकी आंखों की ठंडक और खामोश डरावनापन आपको सीट से हिलने नहीं देता। ‘छावा’ और ‘सुपरबॉयज ऑफ मालेगांव’ के बाद विनीत कुमार सिंह भी रणतुंगा के भाई सोमुलु के रोल में हैं। उनका राउडी अंदाज मजेदार है, लेकिन बार-बार ‘कूकू’ जैसी आवाज निकालना थोड़ा इरिटेटिंग हो जाता है।
वेब पर कई सोर्सेज और एक्सपर्ट्स की बात करें तो रणदीप ने इस रोल के लिए खास तैयारी की। इंडिया टुडे की एक रिपोर्ट में बताया गया कि उन्होंने 8 किलो वजन बढ़ाया और अपनी आवाज पर काम किया ताकि रणतुंगा सचमुच डरावना लगे। एक्स पर एक यूजर ने लिखा, “रणदीप का रणतुंगा सनी के बलदेव को टक्कर देने के लिए परफेक्ट है।”
लड़कियों का रोल: थोड़ी सी निराशा–
‘जाट’ में एक्शन का जलवा मर्दों के इर्द-गिर्द ही घूमता है। रेजिना कैसेंड्रा रणतुंगा की पत्नी के रोल में डार्क अवतार में सरप्राइज करती हैं, लेकिन सायमी खेर का पुलिस ऑफिसर वाला किरदार कुछ खास नहीं जमा। उर्वशी रौतेला का एक आइटम सॉन्ग भी है, जो स्टाइल और कोरियोग्राफी में कमजोर पड़ गया। इन किरदारों को और स्क्रीन टाइम या गहराई मिलती, तो फिल्म में और दम आता।
ये भी पढ़ें- जानें महाकुंभ वाली मोनालिसा के डायरेक्टर की गिरफ्तारी के पीछे की कहानी! रेप और ब्लैकमेलिंग..
ग्राफिक कंटेंट और मैसेज–
फिल्म में ग्राफिक सीन की कोई कमी नहीं। सिर कटने से लेकर उंगलियां उड़ने तक, गनशॉट्स और औरतों पर अत्याचार – ये सब देखकर कई बार मन भारी हो जाता है। साउथ फिल्मों की तरह ड्रामा हाई है, डायलॉग्स सीटी बजाने वाले हैं, और बैकग्राउंड म्यूजिक जोरदार। लेकिन कुछ डायलॉग्स जैसे “क्या चूड़ियां पहन रखी हैं?” मर्दों को हथियार उठाने के लिए उकसाते हुए मिसोजिनिस्टिक लगते हैं। 2025 में भी ऐसे डायलॉग्स सुनना थोड़ा अजीब है। फिल्ममेकर्स को अब संवेदनशीलता पर ध्यान देना चाहिए।
फिर भी, एक साधारण सी ‘इडली गिरने पर सॉरी मांगने’ वाली बात को फिल्म में कॉमेडी और एक्शन का हाई पॉइंट बनाना स्मार्ट राइटिंग है। ये छोटी-छोटी चीजें फिल्म को खास बनाती हैं।
कहानी और पेस: बांधे रखने वाली–
लगभग 2 घंटे 40 मिनट की फिल्म का पेस ग्रिपिंग है। खासकर पहला हाफ इतना दमदार है कि टाइम का पता ही नहीं चलता। नॉन-लिनियर स्टाइल और फ्लैशबैक्स का इस्तेमाल कहानी को इंटरेस्टिंग बनाता है। सनी के मोनोलॉग्स आपको ‘गदर’, ‘बॉर्डर’ और ‘घायल’ की याद दिलाते हैं। फिल्म का सोशल मैसेज – गलत के खिलाफ लड़ना – जोरदार तरीके से सामने आता है।
वेब पर टाइम्स ऑफ इंडिया और न्यूज18 की रिपोर्ट्स कहती हैं कि फिल्म सिंगल-स्क्रीन ऑडियंस के लिए परफेक्ट है। एक्स पर एक यूजर ने लिखा, “सनी देओल का एक्शन और रणदीप का विलेन – ये फिल्म पैसा वसूल है।”
क्या कहता है बॉक्स ऑफिस?
फिल्म ने पहले दिन से ही धमाल मचा दिया। एडवांस बुकिंग में 1.13 लाख टिकट्स बिके और 2.37 करोड़ की कमाई हुई। साउथ और नॉर्थ, दोनों जगह फैंस इसे हाथोंहाथ ले रहे हैं। ये फिल्म सनी के लिए एक और ‘गदर’ साबित हो सकती है।