शनिवार सुबह दिल्ली के मुस्तफाबाद में एक चार मंजिला इमारत ढह गई। इस हादसे ने पूरे इलाके में दहशत फैला दी। पुलिस के मुताबिक, 4 लोगों की मौत हो चुकी है। इसके अलावा, 8-10 लोग अभी भी मलबे में फंसे हैं। NDRF और दिल्ली पुलिस ने तुरंत रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया। स्थानीय लोग भी मदद के लिए आगे आए। यह हादसा सुबह 2:30-3:00 बजे हुआ। #MustafabadBuildingCollapse
परिवारों का दर्दनाक नुकसान
हादसे ने कई परिवारों को गहरे सदमे में डाल दिया। शहजाद अहमद ने बताया, “मेरे दो भतीजे इस हादसे में चले गए।” उनकी बहन, जीजा और भतीजी भी घायल हैं। वे GTB हॉस्पिटल में भर्ती हैं। एक स्थानीय महिला ने कहा, “पड़ोस के दो पुरुष और उनकी बहुएं यहां रहते थे।” उनकी तीन-तीन संतानें थीं, लेकिन अब उनका कोई पता नहीं। यह सुनकर दिल दहल जाता है। #Heartbreaking
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NDRF और दिल्ली पुलिस का रेस्क्यू ऑपरेशन
रिपोर्ट्स के अनुसार, NDRF और दिल्ली पुलिस की टीमें मौके पर पहुंची। रेस्क्यू ऑपरेशन जोर-शोर से चल रहा है। अतिरिक्त डिप्टी कमिश्नर संदीप लांबा ने कहा, “14 लोगों को बचाया गया, लेकिन 4 की मौत हो गई।” अभी भी 8-10 लोग मलबे में फंसे हैं। फायर ऑफिसर राजेंद्र अटवाल ने बताया, “हमें सुबह 2:50 बजे कॉल मिली।” पूरी इमारत ढह चुकी थी, और लोग मलबे में फंसे थे। #NDRFRescue
मुस्तफाबाद इमारत हादसे का कारण
हादसे का सटीक कारण अभी स्पष्ट नहीं है। हालांकि, शुक्रवार रात दिल्ली में भारी बारिश और आंधी आई थी। कई लोग मान रहे हैं कि मौसम ने इमारत की हालत बिगाड़ दी। पुलिस ने कहा कि जांच शुरू हो चुकी है। यह हादसा हाल के दिनों में दिल्ली में दूसरा बड़ा हादसा है। पिछले हफ्ते, मधु विहार में एक दीवार ढहने से एक व्यक्ति की मौत हुई थी। #DelhiNews
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स्थानीय लोगों की मदद
मुस्तफाबाद इमारत हादसे के बाद स्थानीय लोग भी रेस्क्यू में जुट गए। CCTV फुटेज में दिखा कि इमारत ढहते ही धूल का गुबार उठा। लोग डरे हुए थे, लेकिन फिर भी मदद के लिए दौड़े। एक स्थानीय ने कहा, “हमने अपने पड़ोसियों को नहीं देखा।” उनका डर और चिंता हर किसी को झकझोर रही है। यह एकजुटता दिखाती है कि मुसीबत में लोग एक-दूसरे का साथ देते हैं। #CommunitySpirit