नासा का पर्सवेरेंस रोवर ने मंगल ग्रह पर कुछ ऐसा खोजा, जो सबको चौंका रहा है। 11 अप्रैल को, रोवर ने एक अजीब पत्थर देखा, जो बिल्कुल खोपड़ी जैसा दिखता है। इसकी तस्वीरें देखकर वैज्ञानिक भी हैरान हैं। यह पत्थर, जिसे अब “स्कल हिल” नाम दिया गया, जेजेरो क्रेटर में मिला। यह क्रेटर कभी झील हुआ करता था। क्या यह एलियन अवशेष हो सकता है?
अजीब पत्थर की खासियत
यह खोपड़ी जैसी संरचना आसपास के हल्के, धूल भरे इलाके से बिल्कुल अलग है। यह पत्थर गहरा, नुकीला और छोटे-छोटे गड्ढों से भरा है। पर्ड्यू यूनिवर्सिटी की छात्रा मार्गरेट डीहन ने न्यूयॉर्क पोस्ट को बताया, “यह पत्थर ऐसा लगता है, जैसे यहाँ का नहीं है।” वैज्ञानिकों का मानना है कि यह एक “फ्लोट” पत्थर हो सकता है। यानी, यह कहीं और से यहाँ आया होगा। शायद कटाव, उल्कापात या प्राकृतिक ताकतों ने इसे यहाँ लाया।
क्या है इसकी असली कहानी?
पहले वैज्ञानिकों को लगा कि यह उल्कापात से आया पत्थर हो सकता है। लेकिन, रोवर के सुपरकैम ने इसकी जाँच की। इस लेजर टूल ने बताया कि इसमें लोहा और निकल की मात्रा कम है। यानी, यह उल्कापिंड नहीं है। अब एक नया विचार है कि यह ज्वालामुखी चट्टान हो सकती है। ऐसी चट्टानें लावा या मैग्मा के ठंडा होने से बनती हैं। इसका मतलब, यह पत्थर लाखों-करोड़ों साल पुराना हो सकता है।
नासा की अगली योजना
मार्गरेट ने बताया कि वैज्ञानिक इस खोपड़ी जैसी संरचना को और समझना चाहते हैं। रोवर के जरिए और टेस्ट किए जाएँगे। “हमें खुशी है कि रोवर चट्टानों की रासायनिक बनावट को वहीं जाँच सकता है,” उन्होंने कहा। नासा की टीम इस पत्थर की उत्पत्ति का पता लगाने में जुटी है। क्या यह मंगल के प्राचीन इतिहास का हिस्सा है? या फिर कुछ और रहस्य छुपा है?
मंगल ग्रह और हमारा उत्साह
मंगल ग्रह हमेशा से इंसानों के लिए रहस्यमय रहा है। हर नई खोज हमें रोमांचित करती है। यह खोपड़ी जैसी संरचना भी कुछ ऐसा ही कर रही है। सोशल मीडिया पर लोग इसके बारे में बात कर रहे हैं। कुछ इसे एलियन से जोड़ रहे हैं, तो कुछ इसे प्रकृति का करिश्मा मानते हैं। नासा की वेबसाइट पर जाकर आप भी इस मिशन के बारे में और जान सकते हैं।
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क्या कहता है भविष्य?
नासा का पर्सवेरेंस रोवर मंगल पर और रहस्य खोलेगा। यह खोज हमें मंगल के प्राचीन पर्यावरण के बारे में सोचने पर मजबूर करती है। क्या वहाँ कभी जीवन था? क्या यह पत्थर उसका सबूत है? वैज्ञानिकों की मेहनत और रोवर की तकनीक हमें जवाब दे सकती है। तब तक, इस खोपड़ी जैसी संरचना ने हमारी जिज्ञासा को और बढ़ा दिया है।