पिछले कई दिनों से जयेश पटेल नाम का एक शख्स काफी चर्चा में है। दरअसल, 32 साल का जयेश पटेल 81 साल का बूढ़ा बनकर अमेरिका जाने की कोशिश करते हुए पकड़ा गया। इस केस के खुलासे के बाद ये भी कहा जा रहा है कि इस केस से पहले कई लोग बूढ़े का रूप लेकर अमेरिका जा चुके हैं। लेकिन सवाल ये है कि ये गैंग ऐसा ही क्यों कर रहा है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, यह खेल एक गैंग द्वारा किया जाता है। ये गैंग अमेरिकी पॉलिसी का फायदा उठाने के लिए ऐसा कर रहा है। ऐसा इसलिए होता है, क्योंकि अमेरिकी दूतावास 80 साल से ज्यादा उम्र के बुजुर्गों का सम्मान करते हुए उन्हें टूरिस्ट वीजा देने के लिए ऑफिस नहीं बुलाता है। दूतावास उनके आवेदन को ही काफी मानता है। ये गैंग इसी बात का फायदा उठाने के लिए लोगों को अवैध तरीके से अमेरिका भेजता है। जयेश पटेल के केस में भी ऐसा ही हुआ।
वहीं, खबरों की माने तो एक अधिकारी ने बताया कि अमेरिकी एंबेसी आमतौर पर 80 साल से ज्यादा उम्र के बुजुर्गों का सम्मान करते हुए उन्हें टूरिस्ट वीजा देने के लिए ऑफिस नहीं बुलाती। एंबेसी यह मानकर चलती है कि ये लोग अपने परिवार से मिलने और घूमने-फिरने के लिए अमेरिका जाते हैं, ऐसे में वीजा के लिए उनका आवेदन करना ही काफी होता है।
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जयेश का आवेदन पहले कई दफा खारिज किया जा चुका था। ऐसे में उसे डर था कि इस बार भी उसके साथ यही न हो। इसलिए उसने इस गैंग के साथ मिलकर बूढ़े का गेटअप धरा, लेकिन यहां भी वह पकड़ा गया। इस पूरे खेल का मास्टरमाइंड दलाल सिद्धू अभी पुलिस की गिरफ्त से दूर है। पुलिस उसकी खोज में लगी हुई है।
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जयेश पटेल के पकड़े जाने के बाद इस बात की आशंका बढ़ गई है कि इस गैंग ने इसी तरकीब को अपनाकर कई और लोगों को अमेरिका भेजा है। ये संख्या 10 से ज्यादा भी बताई जा रही है। दरअसल इस तरह का मेकअप करने वाले शख्स शमशेर सिंह ने पूछताछ में बताया है कि उसने करीब 10 लोगों को बुजुर्ग व्यक्ति का लुक दिया है।
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