बिहार के बांका में एक अस्पताल की संवेदनहीनता का मामला सामने आया है। वैसे तो लोग अस्पताल से अच्छे व्यवहार और मानवता की भावना की उम्मीद करते हैं पर रेफरल अस्पताल की संवेदनहीनता मृतक के परिजनों को हिला कर रख दिया।
बताया जा रहा है कि काली गढ़ी घुठिया गांव निवासी रवि यादव का पुत्र आशीष कुमार अपनी मां के साथ गांव के ही तालाब में सोमवार को नहाने गया था। जहां मां और बेटा दोनों डूब गये थे। लड़के के चाचा ने किसी तरह से दोनों को बचाया।
भतीजे आशीष की हालत नाजुक देखकर चाचा ने उसे बाइक पर 23कि0मी0 की दूरी तय करके अस्पताल में पहुंचाया। जहां फर्श पर ही डॉक्टरों ने इलाज कर उसे मृत घोषित कर दिया। मृत घोषित होने के बाद जब चाचा ने एंबुलेंस की मांग की तो अस्पताल प्रबंधन द्वारा ऐंबुलेंस नहीं होने की बात कही। जिसके बाद मृतक के चाचा को बाइक पर ही भतीजे का शव घर तक ले जाना पड़ा।
https://www.youtube.com/watch?v=xXS3FdhXPUk