दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, ”दिल्ली में निजी अस्पताल काम करें, इससे हमें दिक्कत नहीं है। लेकिन ये काम नियमों और कानून के तहत करना होगा। दिल्ली देश की राजधानी है और राजधानी को आदर्श स्थिति में रखना होगा। मैक्स अस्पताल में जो हुआ, वो बर्दाश्त से बाहर है। इस अस्पताल को ईडब्ल्यू कोटा, अतिरिक्त बेड को लेकर कई मामलों में नोटिस जारी किए गए हैं, वहां भी इस अस्पताल की गलती पाई गई है। ऐसे में शालीमार बाग स्थित मैक्स अस्पताल का दिल्ली सरकार लाइसेंस रद्द करती है।”
सत्येंद्र जैन ने आगे कहा, ”मैक्स हॉस्पिटल को आदेश दिया गया है कि पुराने मरीज़ो को दूसरे हॉस्पिटल में शिफ्ट करें या फिर उनका इलाज पूरा करें, नए मरीज़ों को वे ना ही भर्ती कर सकते हैं ना ही उनका इलाज कर सकते हैं।”मैक्स अस्पताल पर दिल्ली सरकार की ये कार्रवाई ऐसे वक्त में हो रही है, जब कुछ दिनों पहले ही अस्पताल ने एक ज़िंदा बच्चे को मृत बताकर माता-पिता को पैकेट में लपेटकर दे दिया था।
इस मामले में एक बयान में अस्पताल ने एनडीटीवी को बताया था, “22 हफ्ते के प्रीमैच्योर बेबी को जब उनके रिश्तेदारों को सौंपा गया था उसके शरीर में कोई हरकत नहीं थी। हम इस घटना से सकते में हैं और इस मामले में जांच शुरू कर दी गई है।”