फिल्म ‘पद्मावत’ को लेकर पिछले काफी समय से विवाद रहा है जिसके बाद फिल्म के निर्माताओं ने अखबारों के मुख्य पृष्ठ पर सोमवार को विज्ञापन देकर इस बात का खंडन किया है कि अलाउद्दीन खिलजी व रानी पद्मावती के बीच कोई दृश्य नहीं है और यह एक ऐसी फिल्म है, जिस पर प्रत्येक भारतीय गर्व करेगा। यह विज्ञापन फिल्म की रिलीज डेट घोषित किए जाने के एक दिन बाद आया है। फिल्म में केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड (सीबीएफसी) द्वारा सुझाए गए संशोधन को शामिल किया गया है।
फिल्म निर्माताओं ने फिल्म के विज्ञापन के अंत में कहा है, “पद्मावत एक ऐसी फिल्म है, जिस पर हर भारतीय गर्व करेगा। इसका अनुभव करने के लिए आप 25 जनवरी को नजदीकी थिएटर में जाएं।” इस विज्ञापन में अभिनेत्री दीपिका पादुकोण की तस्वीर है
‘पद्मावत’ में शाहिद कपूर व रणवीर सिंह प्रमुख भूमिकाओं में हैं। संजय लीला भंसाली के निर्देशन में बनी फिल्म के निर्माताओं ने निम्नलिखित 7 बिंदुओं को स्पष्ट किया है।
1- फिल्म महाकाव्य ‘पद्मावत’ पर आधारित है, जिसकी रचना सूफी कवि मलिक मोहम्मद जायसी ने की थी, जो कल्पना पर आधारित है।
2- फिल्म में अलाउद्दीन खिलजी व रानी पद्मावती के बीच कोई दृश्य नहीं फिल्माया गया है।
3- हमने यह फिल्म राजपूतों की वीरता, विरासत व साहस की प्रसिद्धि के लिए बनाई है।
4- फिल्म रानी पद्मावती को पूरे सम्मान के साथ प्रदर्शित करती है और किसी भी तरीके से उनके चरित्र या उनकी छवि को धूमिल नहीं करती है।
5- फिल्म को सीबीएफसी द्वारा सिर्फ पांच संशोधनों के साथ मंजूरी दी गई और इसे भारत में यू/ए प्रमाण-पत्र के साथ आधिकारिक रूप से स्वीकृति दी गई है।
6- फिल्म में आगे कोई कट या संशोधन नहीं है।
7- हम सरकारी अधिकारियों, सीबीएफसी, फिल्म बिरादरी और अपने प्रशंसकों के समर्थन के लिए उनके अभारी हैं।