नोटबंदी के मुद्दे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने अपना आक्रामक रूख़ क़ायम रखा हुआ है।
नोटबंदी के अपने एलान के 46वें दिन प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि बेईमान लोग नोटबंदी के अभियान को नाक़ाम बनाने की भरसक कोशिश करेंगे लेकिन देश की 125 करोड़ जनता के सामने ऐसा नहीं हो पाएगा।
शनिवार को महाराष्ट्र के दौरे पर गए मोदी ने दावा किया कि उनके 8 नवंबर को भ्रष्टाचार पर किए गए बड़े हमले से कालेधन वालों में हलचल है लेकिन देश की जनता ने उनका साथ दिया है। मोदी ने कहा कि 30 दिसंबर के बाद सब ठीक हो जाएगा।
मुंबई में छत्रपति शिवाजी महाराज स्मारक के शिलान्यास के बाद बांद्रा-कुर्ला कॉम्प्लेक्स में एक रैली को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा कि बेईमान लोग सही रास्ते पर लौट आएं, टैक्स दें, सरकार उन्हें फांसी पर नहीं चढ़ाएगी।
प्रधानमंत्री मोदी की मुबंई में दिए भाषण की वीडियो यहां देखें-
लेकिन प्रधानमंत्री मोदी की नोटबंदी के बारे में किए गए दावों का राहुल गांधी ने एक सिरे से खंडन किया।
हिमाचल प्रदेश के धर्मशाला में एक रैली में उन्होंने कहा कि नोटबंदी का फ़ैसला बिना किसी तैयारी के लिया गया जिसका सबसे ज़्यादा असर कालेधन वालों पर नहीं, बल्कि ग़रीब और किसान वर्ग के लोगों पर पड़ा है।
इस रैली में राहुल गांधी ने एक बार फिर मोदी से ‘भ्रष्टाचार के आरोपों‘ पर सफ़ाई पेश करने को कहा।
उन्होंने कहा कि आज देश 50 कंपनियों के पिंजरे में कैद है और देश का 60 फ़ीसदी पैसा एक प्रतिशत लोगों के हाथों में है लेकिन सरकार इस बात को नहीं समझ रही।