चक्रवाती तूफान मोरा आज बांग्लादेश के तट पर पहुंच गया। तूफान ने जैसे ही बांग्लादेशी तट पर दस्तक दी उस समय हवा की रफ्तार 117 किलोमीटर प्रति घंटा हो गई। इस तूफान से बचने के लिए भारतीय नौसेना बंगलादेश की मदद के लिए पूरी तरह तैयार है। इस तूफान का असर बंगलादेश के साथ भारत के भी कुछ राज्यों में देखने को मिलेगा।
‘मोरा‘ चक्रवाती तूफान बांग्लादेश में तबाही मचा सकता है। भारत के कई हिस्सों पर भी इस साइक्लोन से प्रभावित होने की आशंका जताई गई है। मौसम वैज्ञानिकों ने बंगाल और देश के उत्तर पूर्वी हिस्सों में भारी बारिश की आशंका जताई है। अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में भी इसका असर दिखाई दे रहा है।
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बांग्लादेश में ‘मोरा’ के प्रकोप से निपटने के लिए तैयारी की गई है। मौसम विभाग ने दो समुद्री बंदरगाहों के लिए 10 के स्केल पर सर्वोच्च स्तर की चेतावनी जारी की है।
तूफान मोरा में समुद्री बंदरगाहों और तटीय क्षेत्रों में गरज के साथ बारिश हो सकती है और तेज हवाएं चल सकती हैं।अब तक 3 लाख लोगों को सुरक्षित जगह ले जाया गया है. कुल 10 लाख लोगों को सुरक्षित जगह ले जाने की चुनौती है।