विश्व हिंदू परिषद ने राम मंदिर निर्माण के लिए फिर से पत्थर मंगाना शुरू कर दिया है। राजस्थान के भरतपुर से सोमवार को लाल पत्थरों से लदे दो ट्रक अयोध्या पहुंचे। 2015 के बाद यह पत्थरों की खेप लाई गयी थी। बता दें, पिछली सरकार ने पत्थर मंगाने पर रोक लगा दी थी।
अयोध्या में विश्व हिंदू परिषद की गतिविधियां एक बार फिर से तेज हो गई हैं। इसी कड़ी में सोमवार को रामसेवकपुरम में पत्थरों से लदे दो ट्रक पहुंचे। इसी के साथ रामसेवकपुरम की सात वर्षों से बंद मंदिर के लिए बनाई गयी पत्थर तराशने की कार्यशाला को दोबारा शुरू करने की तैयारी भी कर ली गई है। उन्होंने बताया कि पत्थरों की तराशी के लिए लगाई गई बड़ी-बड़ी कटर मशीनों को ठीक कराया जा रहा है।
विश्व हिंदू परिषद के प्रांतीय मीडिया प्रभारी शरद शर्मा का कहना है कि प्रस्तावित राम मंदिर मॉडल के अनुसार मंदिर निर्माण के लिए करीब एक लाख 75 हजार घनफुट पत्थरों की आवश्यकता है। पूर्व में आए करीब एक लाख घनफुट पत्थरों से प्रस्तावित मॉडल के अनुरुप भूतल व प्रथम तल के अधिकांश भाग के लिए पत्थरों की तराशी का कार्य पूर्ण हो चुका है।