दूरसंचार विभाग IMEI संख्या के साथ छेड़छाड़ करने के संबंध में नए नियम बनाने पर काम कर रहा है। 10-15 अंक की विशिष्ट संख्या से छेड़छाड़ को वह एक दंडात्मक अपराध बनाने और वर्ष तक कारावास की सजा देने का विचार बना रहा है।
गौरतलब है कि इसी विशिष्ट संख्या से मोबाइल उपकरण की पहचान की जाती है। नए नियमों से फर्जी IMEI संख्या के मामलों पर रोक लगाने और खोए हुए मोबाइल फोन की ट्रैकिंग करने में भी आसानी होगी।
एक सरकारी अधिकारी ने कहा कि अभी फर्जी IMEI संख्या की वजह से मोबाइल ट्रैकिंग करना मुश्किल हो जाता है। दूरसंचार विभाग भारतीय टेलीग्राफ कानून के तहत IMEI संख्या के साथ छेड़छाड़ करने को दंडात्मक अपराध बनाने पर काम कर रहा है।
बता दें कुछ दिन पहले ही दिल्ली में संगम विहार पुलिस ने इसी तरह के केस में दो युवकों को गिरफ्तार किया था। जहां युवकों ने कुछ डिवाइसेस की मदद से चोरी के स्मार्टफोन्स के IMEI नंबर को बदल दिया था। हालांकि बाद में ये गैंग पुलिस के हत्थे चढ़ गया। लेकिन IMEI नंबर बदल जाने की वजह से पुलिस भी असली मालिक तक फोन पहुंचाने के लिए मुश्किल में दिखी।