इजराइल की एक महिला सैनिक ने हाल ही में अपनी बहादुरी का परिचय दिया है। जब भीड़ ने इस महिला सैनिक को घेर लिया तो इससे बचने के लिए महिला ने मार्शल आर्ट का प्रयोग किया। दरअसल, इजराइल के येरुशलम में कुछ लोग प्रदर्शन कर रहे थे। तभी वहां नोमी गॉलन नाम की महिला सैनिक आ गई। बताया जा रहा है कि रूढ़ीवादी समूह के कुछ छात्र सेना कार्यालय में विरोध प्रदर्शन करने आए हुए थे। बता दें कि इजराइल में 18 साल की उम्र में सभी को सैन्य सेवा देना जरूरी होता है। लेकिन हाल ही में वहां कि सरकार ने इसमें कुछ बदलाव किया है। जिसके तहत अब अति रूढ़िवादी छात्रों के लिए सेना में भर्ती होना अनिवार्य नहीं है। अगर वो चाहे तो इसमें शामिल हो सकते हैं लेकिन सरकार की तरफ से उन पर कोई दबाब नहीं होगा। इसके विरोध में ही रूढ़ीवादी समूह के कुछ छात्र सेना कार्यालय के पास विरोध प्रदर्शन कर रहे थे। जिसके बाद वहां एक कार आ गई, छात्रों ने कार को रोक लिया। कार से नोमी गॉलन नाम की महिला सैनिक बाहर आईं।
महिला सैनिक को देखते ही भीड़ बेकाबू हो गई और गॉलन को गंदी-गंदी गालियां देने लगी। इतना ही नहीं कुछ लोगों ने तो गॉलन के बॉडी पर थूका भी। लेकिन गॉलन भीड़ को देखकर घबराई नहीं और अकेले ही उनका सामना करने लगी। गॉलन अपने मार्शल आर्ट के हुनर से सभी को पीछे जाने पर मजबूर कर दिया। जब इस बारे में गॉलन से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि वो बस अपना काम कर रही थीं।
उस समय उन्हें जो सही लगा उन्होंने वही किया। उन्होंने बताया कि भिड़ बेकाबू हो गई थी जिसके बाद मेरे पास उनसे निपटने का एक ही रास्ता था। मैंने जो मार्शल आर्ट सिखी थी उसका प्रयोग यहां किया। हमे सेना में अपने बचाव के तरीके सिखाए जाते हैं मैंने बस उसका ही इस्तेमाल किया।