कोहरे का कहर अब भी लगातार जारी है और इसका सबसे ज्यादा असर कानपुर में देखने को मिला।कोहरे का असर इस कदर है की लोगों का हाल बेहाल है। सरसों और आलू की फसल पर भी इसका कुप्रभाव पड़ रहा है। वहीं दूसरी तरफ ट्रेन और रेल यातायात भी बुरी तरह प्रभावित है। नौ किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से चलने वाली हवाओं की दिशा बदलने और पारे के उतार-चढ़ाव से सर्दी का सितम जारी है। अधिकतम पारा लुढ़ककर 22 डिग्री पर आ गया, जो सामान्य से पांच डिग्री कम है। न्यूनतम पारा 14 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया है। रविवार को दोपहर बाद हल्की धूप हुई है। आईआईटी के विज्ञानियों का कहना है कि इसके बावजूद कोहरे और शीत लहर से अभी राहत नहीं मिलेगी। दिन की धूप से रात का कोहरा और गहराएगा। पाला भी पड़ सकता है।
कोहरे से कम हुई विजिबिलिटी
घने कोहरे से विजिबिलिटी (दृश्यता) कम हो गई है। रविवार को दिन की दृश्यता 40 मीटर और रात की दृश्यता 10 मीटर रिकार्ड की गई। यह सामान्य से कम है। सामान्य दृश्यता 90-100 मीटर होती है। घने कोहरे में वाहन चलाना मुश्किल हो गया। हेड लाइट या फिर फॉग लाइट के सहारे भी सड़क पर ठीक से नहीं चला जा सका।