प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी अपना 68वां जन्मदिन मनाने सोमवार को वाराणसी गए थे। मोदी ने वाराणसी का दो दिवसीय दौरा करना तय किया। पहले दिन वहां उन्होंने प्राइमरी स्कूल के बच्चों के साथ बातचीत कर उन्हें जीवन में आगे बढ़ने का फ़ॉर्मूला बताया। बाद में मोदी ने काशी विश्वनाथ मंदिर जाकर शिवजी के दर्शन भी किए। मोदी की लम्बी आयु के लिए लोगों ने जगह-जगह हवन भी किए। सभी ने मोदी को उनके जन्मदिन की बधाई दी।
बंगाली हिंदुओं को खत्म होने से बचाना है तो एनआरसी ही एकमात्र विकल्प – बंगाल आरएसएस सचिव
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी अपना 68वां जन्मदिन मनाने सोमवार को वाराणसी गए थे। मोदी ने वाराणसी का दो दिवसीय दौरा करना तय किया। पहले दिन वहां उन्होंने प्राइमरी स्कूल के बच्चों के साथ बातचीत कर उन्हें जीवन में आगे बढ़ने का फ़ॉर्मूला बताया। बाद में मोदी ने काशी विश्वनाथ मंदिर जाकर शिवजी के दर्शन भी किए। मोदी की लम्बी आयु के लिए लोगों ने जगह-जगह हवन भी किए। सभी ने मोदी को उनके जन्मदिन की बधाई दी।दूसरे दिन यानि आज पीएम नरेन्द्र मोदी वाराणसी के बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय में सभा संबोधित की। इस सभा में मोदी ने कहा कि पर्यटन से परिवर्तन का अभियान जारी है। मोदी ने वाराणसी में हो रहे विकास कार्यो के बारे में बताया। साथ ही, 550 करोड़ की कई नई विकास परियोजनाओं को लॉन्च किया जो केवल वाराणसी के लिए ही नहीं बल्कि शहर के आसपास के गावों के लिए भी है। इसके अलावा उन्होंने बताया कि वाराणसी में आधारभूत सरंचना विकास परियोजनाएं लगभग पूरा होने की कगार पर है जिससे रोजगार को बढ़ावा मिलेगा।पीएम मोदी ने कहा कि वाराणसी में अब स्वच्छता के मामले में परिवर्तन देखा जा रहा है। और वाराणसी हेल्थ हब के रूप में उभर रहा है। साथ ही, उन्होंने कहा कि गंगा को गंगोत्री से गंगा सागर तक साफ़ करने के लिए कार्य किये जा रहे है। और गंगा को स्वच्छ करने के लिए लगभग 21000 करोड़ रुपए की स्वीकृति मिल गई है। गंगा को साफ़ करने के लिए 2016 से कार्य चल रहा है। लेकिन इसका असर अभी तक कही देखने को नहीं मिला है।
दूसरे दिन यानि आज पीएम नरेन्द्र मोदी वाराणसी के बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय में सभा संबोधित की। इस सभा में मोदी ने कहा कि पर्यटन से परिवर्तन का अभियान जारी है। मोदी ने वाराणसी में हो रहे विकास कार्यो के बारे में बताया। साथ ही, 550 करोड़ की कई नई विकास परियोजनाओं को लॉन्च किया जो केवल वाराणसी के लिए ही नहीं बल्कि शहर के आसपास के गावों के लिए भी है। इसके अलावा उन्होंने बताया कि वाराणसी में आधारभूत सरंचना विकास परियोजनाएं लगभग पूरा होने की कगार पर है जिससे रोजगार को बढ़ावा मिलेगा।
भारत की पहला महिला आईएएस अधिकारी का हुआ निधन