हिमाचल में लगातार बारिश की वजह से पानी का स्तर बढ़ता जा रहा है। खबरों के मुताबिक़, भाखड़ा ब्यास मैनेजमेंट बोर्ड (बीबीएमबी) के अधिकारियों ने फैसला लिया है कि वे आज 3 बजे पोंग बांध(ब्यास बांध) के जरिये 49000 क्यूसेक पानी कंगड़ा जिले में छोड़ेंगे, क्योंकि ब्यास नदी में पानी का स्तर बिल्कुल खतरे के निशान पर है। साथ ही, उन्होंने आश्वासन दिया कि ऐसे पानी छोड़ने से किसी भी तरह का कोई संकट नहीं आएगा और बाढ़ की स्थिति को कम किया जा सकेगा। साथ ही, बीबीएमबी के अधिकारियों ने कहा है कि बांध जलाशय में पानी 1,385 फीट की ऊंचाई तक पहुंच गया है, जो 13 9 0 फीट के खतरे के निशान के बहुत करीब है।
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हिमाचल में लगातार बारिश की वजह से पानी का स्तर बढ़ता जा रहा है। खबरों के मुताबिक़, भाखड़ा ब्यास मैनेजमेंट बोर्ड (बीबीएमबी) के अधिकारियों ने फैसला लिया है कि वे आज 3 बजे पोंग बांध(ब्यास बांध) के जरिये 49000 क्यूसेक पानी कंगड़ा जिले में छोड़ेंगे, क्योंकि ब्यास नदी में पानी का स्तर बिल्कुल खतरे के निशान पर है। साथ ही, उन्होंने आश्वासन दिया कि ऐसे पानी छोड़ने से किसी भी तरह का कोई संकट नहीं आएगा और बाढ़ की स्थिति को कम किया जा सकेगा। साथ ही, बीबीएमबी के अधिकारियों ने कहा है कि बांध जलाशय में पानी 1,385 फीट की ऊंचाई तक पहुंच गया है, जो 13 9 0 फीट के खतरे के निशान के बहुत करीब है।लगातार बारिश की वजह से कुल्लू के लोगों को भी काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। हिमाचल प्रदेश में ही नहीं बल्कि पंजाब और हरियाणा में भी तेज बारिश की वजह से बाढ़ आने के आसार दिख रहे है। खबरों के अनुसार, भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने अगले 24 घंटे में असम और मेघालय में अत्यधिक बारिश होने की आशंका जताई है। वहीं अरुणाचल प्रदेश, उत्तराखंड, तमिलनाडु, कर्नाटक और केरल के तटवर्ती इलाकों में भी भारी बारिश होने का अलर्ट जारी किया है। भारी बारिश के कारण ब्यास नदी में लगातार पानी का स्तर बढ़ता ही जा रहा है जिससे वहां के लोगों के बीच काफी तनाव का माहौल बना हुआ है। इतना ही नहीं, शहीद कैप्टन सौरभ कालिया के नाम पर बने सौरभ वन विहार को भी बाढ़ ने पूरी तरह से तबाह कर दिया है।राज्य भर में लैंडस्लाइड होने के कारण कई राष्ट्रीय राजमार्गों सहित कई सड़क भी बंद कर दी गई है और इसी लैंडस्लाइड की वजह से बद्रीनाथ और केदारनाथ मंदिरों को भी बंद कर दिया गया है। ज्यादातर जिलों के स्कूलों पर भी ताला लग गया है। कुदरत के इस कहर से लोगों को रेस्क्यू करके बचाया जा रहा है। पिछले कई दिनों से लगातार बारिश की वजह से ब्यास नदी में उफान आ गया है जिससे पर्यटक शहर मनाली का जिला मुख्यालय कुल्लू और बाकि राज्य से संपर्क टूट गया है। साथ ही, कई लोगों की जान भी जा चुकी है। शिमला मौसम सेंटर में कल 8:30 बजे दर्ज आंकड़ों के मुताबिक, चंबा जिले के डलहौसी में पिछले 24 घंटों में 170 मिमी बारिश हुई। चंबा में 117 मिमी, मनाली 121 मिमी, कंगड़ा 120.8 मिमी, पालमपुर 108 मिमी, धर्मशाला 62.6 मिमी और राज्य की राजधानी शिमला में 23.1 मिमी बारिश हुई थी।
लगातार बारिश की वजह से कुल्लू के लोगों को भी काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। हिमाचल प्रदेश में ही नहीं बल्कि पंजाब और हरियाणा में भी तेज बारिश की वजह से बाढ़ आने के आसार दिख रहे है। खबरों के अनुसार, भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने अगले 24 घंटे में असम और मेघालय में अत्यधिक बारिश होने की आशंका जताई है। वहीं अरुणाचल प्रदेश, उत्तराखंड, तमिलनाडु, कर्नाटक और केरल के तटवर्ती इलाकों में भी भारी बारिश होने का अलर्ट जारी किया है। भारी बारिश के कारण ब्यास नदी में लगातार पानी का स्तर बढ़ता ही जा रहा है जिससे वहां के लोगों के बीच काफी तनाव का माहौल बना हुआ है। इतना ही नहीं, शहीद कैप्टन सौरभ कालिया के नाम पर बने सौरभ वन विहार को भी बाढ़ ने पूरी तरह से तबाह कर दिया है।
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