By using this site, you agree to the Privacy Policy and Terms of Use.
Accept
Dastak IndiaDastak IndiaDastak India
  • होम
  • देश
  • टेक
  • ऑटो
  • एजुकेशन
  • मनोरंजन
  • बिजनेस
  • दुनिया
  • वीडियो
  • धर्म
  • लाइफस्टाइल
  • अन्य
    • खेल
    • विचार
    • हरियाणा
Search
© 2023 Dastak India. All Rights Reserved.
Reading: जब प्रधानमंत्री का “प्र” हुआ गायब और हो गया “धानमंत्री”
Share
Sign In
Notification Show More
Aa
Dastak IndiaDastak India
Aa
Search
  • होम
  • देश
  • टेक
  • ऑटो
  • एजुकेशन
  • मनोरंजन
  • बिजनेस
  • दुनिया
  • वीडियो
  • धर्म
  • लाइफस्टाइल
  • अन्य
    • खेल
    • विचार
    • हरियाणा
Have an existing account? Sign In
Follow US
© 2023 Dastak India. All Rights Reserved.
Dastak India > विचार > जब प्रधानमंत्री का “प्र” हुआ गायब और हो गया “धानमंत्री”
विचारहोम

जब प्रधानमंत्री का “प्र” हुआ गायब और हो गया “धानमंत्री”

dastak
Last updated: 2018/10/11 at 2:47 PM
dastak
Share
5 Min Read
13 दिसंबर का इतिहास, पीएम नरेन्द्र मोदी, PM Narendra Modi on Twitter, Indian Parliament Attack 2001, संसद भवन हमला, राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, आतंकी हमला, 13 दिसंबर 2001, 13 december 2019, उपराष्ट्रपति कृष्णकांत शर्मा, UK election, parliament attack 2001
तस्वीर केवल प्रतीक के तौर पर इस्तेमाल की गई है...
SHARE

राकेश पाठक

ये बात हैरान करने वाली थी। इतने बड़े लोकतंत्र के प्रधानमंत्री का प्र गायब हो जाना। अब वो सिर्फ धान मंत्री थे। प्र था ही नहीं। घोर विपदा भयी। ऐसा कैसे हुआ कहाँ खोजें संसद जाना मुहाल हो गया। कैबिनेट की गोपनीय बैठक बुलाई गई। सारे मंत्री जुटे। समस्या बड़ी थी चुनौती ये भी थी कि विपक्ष को पता न चले कि प्र गायब हो गया अब बस धान ही बचा है। इंटेलीजेंस को फुसफुसा के बताया गया पता करो कहां चला गया प्र?? पर प्र नहीं मिला तो नहीं मिला। तीन चार दिन बीते। विपक्ष सवाल उठाने लगा। देश के प्रधानमंत्री संसद नहीं आते। अब कौन समझाए प्रधान बस धान बचे हैं।

मिलिए दिल्ली में बैरिकेट्स पर ट्रैक्टर चढाने वाले किसान देवेंद्र पंवार से

Contents
राकेश पाठकये बात हैरान करने वाली थी। इतने बड़े लोकतंत्र के प्रधानमंत्री का प्र गायब हो जाना। अब वो सिर्फ धान मंत्री थे। प्र था ही नहीं। घोर विपदा भयी। ऐसा कैसे हुआ कहाँ खोजें संसद जाना मुहाल हो गया। कैबिनेट की गोपनीय बैठक बुलाई गई। सारे मंत्री जुटे। समस्या बड़ी थी चुनौती ये भी थी कि विपक्ष को पता न चले कि प्र गायब हो गया अब बस धान ही बचा है। इंटेलीजेंस को फुसफुसा के बताया गया पता करो कहां चला गया प्र?? पर प्र नहीं मिला तो नहीं मिला। तीन चार दिन बीते। विपक्ष सवाल उठाने लगा। देश के प्रधानमंत्री संसद नहीं आते। अब कौन समझाए प्रधान बस धान बचे हैं।विपत्ति तो थी। किसी ने कहा आपके पास जो प्रश्न आते हैं उसका प्र निकाल लीजिये, प्रधान हो जाएगा मंत्री तो आप वैसे भी हैं। कोई माई का लाल सवाल उठा नहीं सकता उठाएगा तो देख लेंगे। हमारी संस्कारी सेना उससे निपट लेगी। वो मान गए थोड़ी देर सोचा। फिर न कह दिया। पर दिक्कत क्या है? – करीबी ने पूछा“बहुत दिक्कत है, प्रश्न विपक्ष के हैं, जनता के होते तो दब जाते। ऑन रिकॉर्ड न होता कुछ। पर आप तो जानते हैं सारे प्रश्नों की लिखा पढ़ी होती है। विपक्ष मुद्दा बना लेगा उसके प्रश्न का प्र चुरा लिया गया और कहीं अगर उसे इसका भान भी हो गया कि प्रधानमंत्री उसके प्र से बना है तो सीबीआई जांच की मांग करेगा और आप तो जानते हैं सीबीआई का दिया दर्द पुरवाई की हवा से होता है। इधर बहा उधर पीड़ा शुरू।”कृषि मंत्री ने चापलूसी की। आप तो परेशान न होइए। आप धान मंत्री भी रह गए तो देश का बड़ा भला होगा। हम धान को राष्ट्रीय फसल घोषित कर देंगे। आप कहें तो धान पर सब्सिडी आठगुनी कर दें। इससे किसान आपको दुआएं देगा और मुमकिन है कि वोट भी दे दे। और फिर हम कानून बना कर कह देंगे अब से देश में धानमंत्री ही होगा प्रधानमंत्री नहीं। आपमें बड़ा बल है। आपकी फैन फॉलोइंग है कहिये तो जंतर मंतर पर राष्ट्रवादियों की सेना उतार दें जो मांग उठा दे कि कृषि प्रधान देश में कोई प्रधानमंत्री नही बल्कि धानमंत्री होना चाहिए।उनको बात जंची तो फिर लगा इस कृषिमंत्री का कोई भरोसा नहीं। कहीं ऐसा न हो कि इसके चक्कर में धान मन्तरि का धा भी हाथ से निकल जाए और अपन बस न मंत्री रह जाएं।तभी एक नौजवान नेता ने मचल कर कहा- हुजूर क्यों न आप देश की प्रगति का प्र ले लें। इसपर किसी को कोई आपत्ति न होगी। क्योंकि देश पर आपका भी एक नगरिक होने के नाते अधिकार है। आज देश की प्रगति की आपको ज़रूरत है। देश की प्रगति से प्र ले भी लिया तो भला क्या होगा? गति बचेगी। ये अलग बात है कि सद्गति अथवा दुर्गति। यह तो समय पर निर्भर है। आप तो बस अपनी प्रगति का प्र पकड़ें।नौजवान नेता की बात धानमंत्री को जंच गई। उन्होंने उसे गले से लगा लिया। तब से अब तक 70 सालों से प्रधानमंत्री आते जाते रहे। पर प्रधान का प्र फिर गायब न हुआ। उस देश के तमाम प्रधान मंत्रियों ने और उनके परिवारों ने खूब खूब प्रगति की। वो बार बार लगातार सत्ता में आते रहे प्रगति होती रही। राष्ट्र अपनी गति से चलता रहा। कभी धर्म की गति, कभी जात की। पर ये सद्गति थी या दुर्गति किसको क्या फर्क पड़ता है?“ये लेखक के निजी विचार हैं। इस आलेख में सभी सूचनाएं लेखक द्वारा दी गई हैं, जिन्हें ज्यों की त्यों प्रस्तुत किया गया हैं। इस आलेख में दी गई किसी भी सूचना की सटीकता, संपूर्णता, व्यावहारिकता अथवा सच्चाई के प्रति दस्तक इंडिया उत्तरदायी नहीं है।”

विपत्ति तो थी। किसी ने कहा आपके पास जो प्रश्न आते हैं उसका प्र निकाल लीजिये, प्रधान हो जाएगा मंत्री तो आप वैसे भी हैं। कोई माई का लाल सवाल उठा नहीं सकता उठाएगा तो देख लेंगे। हमारी संस्कारी सेना उससे निपट लेगी। वो मान गए थोड़ी देर सोचा। फिर न कह दिया। पर दिक्कत क्या है? – करीबी ने पूछा

“बहुत दिक्कत है, प्रश्न विपक्ष के हैं, जनता के होते तो दब जाते। ऑन रिकॉर्ड न होता कुछ। पर आप तो जानते हैं सारे प्रश्नों की लिखा पढ़ी होती है। विपक्ष मुद्दा बना लेगा उसके प्रश्न का प्र चुरा लिया गया और कहीं अगर उसे इसका भान भी हो गया कि प्रधानमंत्री उसके प्र से बना है तो सीबीआई जांच की मांग करेगा और आप तो जानते हैं सीबीआई का दिया दर्द पुरवाई की हवा से होता है। इधर बहा उधर पीड़ा शुरू।”

नवरात्र स्पेशल- उपवास रखने के फायदे

कृषि मंत्री ने चापलूसी की। आप तो परेशान न होइए। आप धान मंत्री भी रह गए तो देश का बड़ा भला होगा। हम धान को राष्ट्रीय फसल घोषित कर देंगे। आप कहें तो धान पर सब्सिडी आठगुनी कर दें। इससे किसान आपको दुआएं देगा और मुमकिन है कि वोट भी दे दे। और फिर हम कानून बना कर कह देंगे अब से देश में धानमंत्री ही होगा प्रधानमंत्री नहीं। आपमें बड़ा बल है। आपकी फैन फॉलोइंग है कहिये तो जंतर मंतर पर राष्ट्रवादियों की सेना उतार दें जो मांग उठा दे कि कृषि प्रधान देश में कोई प्रधानमंत्री नही बल्कि धानमंत्री होना चाहिए।

उनको बात जंची तो फिर लगा इस कृषिमंत्री का कोई भरोसा नहीं। कहीं ऐसा न हो कि इसके चक्कर में धान मन्तरि का धा भी हाथ से निकल जाए और अपन बस न मंत्री रह जाएं।

बिग बॉस में सबा-सोमी और सृष्टि का होगा घमासान

तभी एक नौजवान नेता ने मचल कर कहा- हुजूर क्यों न आप देश की प्रगति का प्र ले लें। इसपर किसी को कोई आपत्ति न होगी। क्योंकि देश पर आपका भी एक नगरिक होने के नाते अधिकार है। आज देश की प्रगति की आपको ज़रूरत है। देश की प्रगति से प्र ले भी लिया तो भला क्या होगा? गति बचेगी। ये अलग बात है कि सद्गति अथवा दुर्गति। यह तो समय पर निर्भर है। आप तो बस अपनी प्रगति का प्र पकड़ें।

ऐसे वापस ले सकते हैं आप अपनी छोड़ी हुई गैस सब्सिडि

नौजवान नेता की बात धानमंत्री को जंच गई। उन्होंने उसे गले से लगा लिया। तब से अब तक 70 सालों से प्रधानमंत्री आते जाते रहे। पर प्रधान का प्र फिर गायब न हुआ। उस देश के तमाम प्रधान मंत्रियों ने और उनके परिवारों ने खूब खूब प्रगति की। वो बार बार लगातार सत्ता में आते रहे प्रगति होती रही। राष्ट्र अपनी गति से चलता रहा। कभी धर्म की गति, कभी जात की। पर ये सद्गति थी या दुर्गति किसको क्या फर्क पड़ता है?

“ये लेखक के निजी विचार हैं। इस आलेख में सभी सूचनाएं लेखक द्वारा दी गई हैं, जिन्हें ज्यों की त्यों प्रस्तुत किया गया हैं। इस आलेख में दी गई किसी भी सूचना की सटीकता, संपूर्णता, व्यावहारिकता अथवा सच्चाई के प्रति दस्तक इंडिया उत्तरदायी नहीं है।”

You Might Also Like

Viral Video: मालिक को डरपोक कुत्ते का चुंबन इंटरनेट पर पिघला रहा है लाखों दिलो को, देखे वायरल वीडियो

Parents ने बेटी का हैप्पी फर्स्ट पीरियड्स किया सेलिब्रेट, परिवारवालों ने भी लुटाया प्यार

साक्षी मलिक का खुद को आंदोलन से हटा लेना, नाबालिग का शिकायत वापस ले लेना जैसी झूठी खबरें क्यों फैला रहे हैं न्यूज चैनल?

विश्व की इन जगहों पर नहीं मिलेंगी एक भी कार, जानें क्या है वजह

इटली के मिलान में जोरदार धमाका, कई गाड़ियां आईं ज़द में

TAGGED: PRIME MINISTER, प्र, प्रधानमंत्री

Sign Up For Daily Newsletter

Be keep up! Get the latest breaking news delivered straight to your inbox.
[mc4wp_form]
By signing up, you agree to our Terms of Use and acknowledge the data practices in our Privacy Policy. You may unsubscribe at any time.
dastak October 11, 2018 October 11, 2018
Share This Article
Facebook Twitter Whatsapp Whatsapp
Share
By dastak
Follow:
Dastak India Editorial Team
Previous Article बिग बॉस में सबा-सोमी और सृष्टि का होगा घमासान
Next Article flower and bee पहला एहसास, होता है बहुत खास…
Leave a comment Leave a comment

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Stay Connected

235.3k Followers Like
69.1k Followers Follow
11.6k Followers Pin
56.4k Followers Follow
136k Subscribers Subscribe
4.4k Followers Follow
- Advertisement -
Ad imageAd image

Latest News

Baba vanga
2024 के लिए बाबा वेंगा ने की हैं ये बड़ी भविष्यवाणियां, सुनकर हो जाएंगे हैरान, कब होगी दुनिया खत्म
दुनिया December 8, 2023
Policeman accidentally shoots woman
UP से आया चौकाने वाला मामला, पुलिसकर्मी ने पुलिस स्टेशन में महिला को गलती से मारी गोली
देश December 8, 2023
Kamleshwar Dodiyar
MP: कर्ज लेकर चुनाव जीतने वाले MLA बाइक से पहुंचे विधानसभा, कहा मैंने…
देश December 8, 2023
Mahua Moitra
महुआ मोइत्रा हुईं लोकसभा से निष्कासित, सदस्यता जाने पर कहा बिना सबूतों…
देश December 8, 2023
//

We influence 20 million users and is the number one business and technology news network on the planet

Sign Up for Our Newsletter

Subscribe to our newsletter to get our newest articles instantly!

loader

Email Address*

I accept the terms and conditions

Dastak IndiaDastak India
Follow US
© 2023 Dastak India. All Rights Reserved.
Join Us!

Subscribe to our newsletter and never miss our latest news, podcasts etc..

loader

Email Address*

I accept the terms and conditions

Zero spam, Unsubscribe at any time.
adbanner
AdBlock Detected
Our site is an advertising supported site. Please whitelist to support our site.
Okay, I'll Whitelist
Welcome Back!

Sign in to your account

Lost your password?